ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां माधवी राजे सिंधिया का बुधवार सुबह दिल्ली के एम्स में निधन हो गया है। इसकी जानकारी सूत्रों द्वारा सामने आई है। सूत्र ने बताया कि उनकी सुबह 9.28 बजे मृत्यु हो गई और वह पिछले कुछ दिनों से वेंटिलेटर पर थीं। पिछले तीन महीने से उनका प्रमुख अस्पताल में इलाज चल रहा था और वह निमोनिया के साथ-साथ सेप्सिस से भी पीड़ित थीं।

माधवी राजे सिंधिया ने दिल्ली एम्स में सुबह साढ़े नौ बजे अंतिम सांस ली है। क्षेत्र में निधन की खबर पहुंचने के बाद मातम की लहर है। ग्वालियर स्थित महल में भी सन्नाटा पसर गया हैं।

पार्थिव शरीर आवास पर लाया जायेगा

उनका पार्थिव शरीर दिल्ली में ज्योतिरादित्य सिंधिया के आवास पर लाया गया है। यहां अंतिम दर्शन के लिए पार्थिव शरीर को रखा जाएगा। इस दौरान केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनका परिवार घर पर ही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनका अंतिम संस्कार 16 मई की शाम को किया जा सकता है।

सीएम मोहन यादव ने जताया शोक

माधवी राजे के निधन के बाद प्रदेश सहित पूरे देश में शोक की लहर फैल गई है. उनके निधन पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शोक व्यक्त किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की पूज्य माता माधवी राजे सिंधिया जी के निधन का हृदय विदारक समाचार प्राप्त हुआ. मां जीवन का आधार होती हैं, इनका जाना जीवन की अपूरणीय क्षति है। बाबा महाकाल से दिवंगत पुण्य आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान और परिजनों को यह गहन दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं. ॐ शांति।

माधवी राजे कौन?

माधवी राजे नेपाल के राजघराने से थीं। वह चैरिटी के काम में काफी सक्रिय रहती हैं। माधवी राजे 24 धर्मार्थ ट्रस्टों की अध्यक्ष थीं जो शिक्षा और चिकित्सा देखभाल जैसे क्षेत्रों में सहायता देते हैं। उन्होंने अपने दिवंगत पति माधवराव सिंधिया की याद में महल संग्रहालय में गैलरी भी बनाई।

माधवराव सिंधिया

ग्वालियर के तत्कालीन महाराज माधवराव सिंधिया से उनकी शादी 8 मई 1966 को हुई थी। माधवराव सिंधिया की गिनती देश के ताकतवर नेताओं में होती थी। उनका निधन एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में हो गया था। माधवी सिंधिया नेपाल के शाही परिवार से थीं। उनके दादा शमशेर जंग बहादुर नेपाल के प्रधानमंत्री रहे हैं। माधवी राजे को प्रिंसेज किरण राज्य लक्ष्मी देवी के नाम से भी जाता था।

प्रचार छोड़ दिल्ली पहुंचे थे सिंधिया

पिछले दिनों मां की तबियत खराब होने की खबर जैसे ही केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को लगी थी। वे तुरंत प्रचार छोड़ दिल्ली के लिए रवाना हो गए थे। पिछले लंबे समय से सिंधिया परिवार माधवी राजे की देखभाल में लगा हुआ था। ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शनी सिंधिया लगातार अस्पताल में रहकर देखभाल कर रहीं थी।

एक साल पहले वह अपने परिवार के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जरूर मिलने गई थीं। इस मुलाकात के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया और महाआर्यमन सिंधिया भी मौजूद थे। उसके बाद वह ग्वालियर में भी एक दो कार्यक्रम में दिखीं। बीते कुछ महीनों से वह किसी सार्वजनिक जगह पर नहीं दिखी।

जय विलास पैलेस में रहती थी

ग्वालियर आने पर राजमाता माधवी राजे सिंधिया जय विलास पैलेस में रहती थीं। उनका महल अरबों रुपए का है। देश के तमाम बड़े लोग जय विलास पैलेस के मेहमान बन चुके हैं। इसी महल में आज भी सिंधिया परिवार रहता है। वहीं, महल के एक हिस्से में म्यूजियम है, जिसे आमलोगों के लिए खोल दिया गया है।

अंतिम संस्कार

राजमाता माधवी राजे सिंधिया का अंतिम संस्कार ग्वालियर में गुरुवार को 11 बजे होगा। इसे लेकर ग्वालियर में तैयारी शुरू हो गई है। उनके पार्थिव शरीर को ग्वालियर लाया जाएगा। इस दौरान बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ सकती है।