नई दिल्ली। पटना में बिहार जनता दल (यू) के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने शनिवार को एक बार फिर आरजेडी पर निशाना साधते हुए कहा कि राजद द्वारा सारण लोकसभा से रोहिणी आचार्य और पाटलिपुत्र लोकसभा सीट से मीसा भारती को उम्मीदवार बनाने के बाद यह स्पष्ट हो चुका है कि लालू प्रसाद यादव की प्राथमिकता सिर्फ अपने बेटे-बेटियों और रिश्तेदारों व परिवारों तक सीमित है। वे कार्यकर्ताओं के खून-पसीने से सींची गई राजनीतिक पार्टी का इस्तेमाल अपने परिवार को आगे बढ़ाने में कर रहे हैं। इस तरह की राजनीतिक परंपरा लोकतंत्र की बुनियाद को कमजोर करती है।
लालू का परिवार कतार में सबसे आगे
उमेश कुशवाहा ने आरोप लगाया है कि लालू परिवार अपने परिवार मोह में सामाजिक न्याय की परिभाषा को भूल चुके है। राजद द्वारा अपनी राजनीतिक दुकान चलाने के लिए शोषित, वंचित और पिछड़ों के हक की बात चुनावी भाषणों से कही जाती है, मगर जब राजनीतिक भागीदारी और प्रतिनिधित्व देने की बात आती है, तो लालू परिवार के सदस्य कतार में सबसे आगे खड़े मिलते हैं। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद (Lalu Yadav) जब बिहार में मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने चारा घोटाला को अंजाम दिया और जब यूपीए की केंद्र सरकार में रेल मंत्री बने तो रेलवे में नौकरी के बदले जमीन का घोटाला किया।
लालू यादव ने अपने बेटे-बेटियों के लिए बनाई अकूत संपत्ति
गरीबों के नाम पर सत्ता हासिल कर उन्होंने सिर्फ अपनी गरीबी दूर की। अपने बेटे-बेटियों के लिए अकूत संपत्ति बनायी। रेलवे में ग्रुप डी की नौकरी के बदले गरीबों की जमीन हथियाने वाले लोग कभी भी युवाओं के हिमायती नहीं हो सकते।
जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष हैं उमेश कुशवाहा
उमेश सिंह कुशवाहा बिहार में महनार निर्वाचन क्षेत्र से विधान सभा के पूर्व सदस्य हैं। वह जनता दल (यूनाइटेड) के सदस्य हैं। कुशवाहा वासुदेव सिंह के बेटे हैं और बिहार के वैशाली जिले के कजरी बुजुर्ग गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के आचार्य नरेंद्र देव कॉलेज शाहपुर पटोरी से पढ़ाई की। एक राजनेता होने के अलावा वह व्यवसाय में भी सक्रिय हैं और लॉर्ड बुद्धा फूड प्रोडक्ट प्राइवेट लिमिटेड में शेयर धारक हैं। वह जनता दल (यूनाइटेड) के वर्तमान बिहार प्रदेश अध्यक्ष हैं।
प्रदेश की जनता अब भरोसा नहीं जताएगी
उमेश सिंह ने देश की विपक्षी पार्टियां भी हमारे गठबंधन के शीर्ष नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भ्रष्टाचार और परिवारवाद का एक भी आरोप लगाने का साहस नहीं कर सकती है। हमारे शीर्ष नेताओं की बेदाग और निर्विवाद छवि एनडीए गठबंधन की सबसे बड़ी पूंजी और ताकत है। भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे राजनीतिक दलों पर देश व प्रदेश की जनता अब भरोसा नहीं जताएगी।