राहुल गांधी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि उनका रायबरेली और अमेठी के लोगों के साथ एक भावनात्मक पारिवारिक रिश्ता है और जब भी आवश्यकता होगी वे दोनों के साथ खड़े रहेंगे। राहुल गांधी ने इंटरनेट मीडिया पर अपनी मां के साथ एक भावनात्मक वीडियो साझा किया। इसमें वह अमेठी और रायबरेली में पारिवारिक तस्वीरें देखते नजर आ रहे हैं।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में वह अपनी मां सोनिया गांधी के साथ एक एल्बम देख रहे हैं। इसमें दोनों नेता गांधी परिवार की अमेठी और रायबरेली से पुरानी यादों को लेकर बात कर रहे है। मां के साथ पुरानी तस्वीरें देखकर उन्हें पापा और दादी की याद आ जाती है।

पापा और दादी की याद आ जाती है

वीडियो में राहुल गांधी और सोनिया गांधी आपस में रायबरेली और अमेठी से जुड़ी उनकी पुरानी यादों का उल्लेख कर रहे हैं। इसमें दोनों नेता गांधी परिवार की अमेठी और रायबरेली से पुरानी यादों को लेकर बात कर रहे है। मां के साथ पुरानी तस्वीरें देखकर उन्हें पापा और दादी की याद आ जाती है। वे बात कर रहे हैं कि रायबरेली और अमेठी यह दो वह संसदीय क्षेत्र हैं, जहां की जनता ने उनके परिवार को सब कुछ दिया है और वहां के लोग जब भी उन्हें पुकारेंगे, वह जरूर जाएंगे।

राहुल का मुकाबला

राहुल गांधी इस बार अमेठी की बजाय रायबरेली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और उनका मुकाबला भाजपा के दिनेश प्रताप सिंह से है, जिन्होंने पिछला लोकसभा चुनाव सोनिया गांधी के खिलाफ लड़ा था और हार गए थे। राहुल गांधी पहले अमेठी से सांसद थे लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी से हार गए थे।

रायबरेली हमारी कर्मभूमि – राहुल गांधी

राहुल ने एक्स पर पोस्ट में कहा- ‘रायबरेली और अमेठी हमारे लिए सिर्फ निर्वाचन क्षेत्र नहीं हैं, बल्कि वे हमारी कर्मभूमि हैं, इनका हर कोना पीढि़यों की यादें संजोए हुए है। अपनी मां के साथ पुरानी तस्वीरें देखकर मुझे अपने पिता और दादी की भी याद आती है, जिन्होंने सेवा की इस परंपरा को शुरू किया और मैंने और मेरी मां ने इसे आगे बढ़ाया।” उन्होंने वीडियो शेयर करते हुए यह भी कहा-‘प्यार और विश्वास की नींव पर बने 100 साल से भी ज्यादा पुराने इस रिश्ते ने हमें सब कुछ दिया है। जब भी अमेठी और रायबरेली हमें बुलाएंगे, हम वहां मौजूद रहेंगे।’

अमेठी और रायबरेली को बदल दिया – राहुल

राहुल ने कहा कि अमेठी और रायबरेली से हमारे परिवार का 100 साल से ज्यादा पुराना रिश्ता है। उन्होंने कहा कि उनके परदादा ने अंग्रेजों के खिलाफ अपनी राजनीति की शुरुआत रायबरेली से की थी। 1982 में जब मेरे पिता वहां गए तो उन्होंने कड़ी मेहनत की और बहुत सारे विकास कार्य शुरू किए और अमेठी को पूरी तरह से बदल दिया।
उन्होंने कहा कि रायबरेली में मेरी दादी ने बहुत सारे विकास की शुरुआत की थी और यह अमेठी से आगे थी। लेकिन जब मेरे पिता अमेठी गए तो उन्होंने बहुत सारे विकास कार्य शुरू किए और तब ऐसा लगा जैसे कि अमेठी रायबरेली से आगे है।

उन्होंने कहा कि जब हमारी सरकार बनी और मैंने और मेरी मां ने बहुत सारे काम वहां शुरू किए। सड़क कनेक्टिविटी सुनिश्चित की और राष्ट्रीय राजमार्गों और अन्य सड़कों का निर्माण कराया। हमने स्वयं सहायता समूह भी शुरू किए और लाखों महिलाओं की मदद की और उनके बैंक खाते खोले जिससे उनका जीवन बदल गया। राहुल ने कहा कि उन्होंने वहां पेट्रोलियम संस्थान और सीआरपीएफ प्रशिक्षण शिविर जैसे संस्थान भी खोले।

रायबरेली सीट से फिरोज गांधी, इंदिरा गांधी के बाद बीस सालों तक सोनिया गांधी वहां से सांसद रही हैं। सोनिया गांधी के राज्यसभा चले जाने के बाद इस सीट से राहुल गांधी चुनाव लड़ रहे हैं। सोमवार को रायबरेली में एक सभा के दौरान भी उन्होंने यह बात कही थी कि रायबरेली उनकी दो मांओं का संसदीय क्षेत्र रहा है इसलिए उन्होंने इस सीट से चुनाव लड़ने का फैसला किया। दो मांओं से उनका मतलब इंदिरा गांधी और सोनिया गांधी से रहा है।

राहुल ने अपनी सभाओं में जवाहर लाल नेहरू के रायबरेली के किसानों के साथ रिश्तों का जिक्र भी किया था। अपने चुनाव प्रचार के दौरान प्रियंका गांधी भी अमेठी और रायबरेली में अपने परिवार के लोगों का इस क्षेत्र से जुड़ाव की बात कहती आई हैं।