बिहार में इस बार निर्दलीय उम्मीदवारों की भी खूब चर्चा हो रही है। इन नामों में पप्पू यादव, पवन सिंह, यूट्यूबर मनीष कश्यप और गुंजन सिंह का नाम सबसे आगे चल रहा है। इसी क्रम में मनीष कश्यप भी सुर्खियों में बने हुए हैं। मनीष कश्यप ने पश्चिमी चंपाऱण से चुनाव लड़ने का एलान कर दिया।
मनीष कश्यप का टिकट क्यों कटा?
दरअसल मनीष कश्यप एक चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान एक शख्स ने कह दिया कि मनीष भैया एक समय आएगा कि आप प्रधानमंत्री बनेंगे। इसी पर मनीष कश्यप ने तुरंत शख्स को रोक दिया। मनीष कश्यप ने कहा कि यही बोलकर तो आप सबने टिकट कटवा दिया।
मनीष कश्यप ने कहा कि मुख्यमंत्री-मुख्यमंत्री बोलकर आपलोगों ने टिकट कटवा दिया, सारे नेता लोग भड़क गए। एक आदमी बोल रहा था कि मुख्यमंत्री मनीष भैया -मुख्यमंत्री मनीष भैया, बिहार के जितने मुख्यमंत्री दावेदार नेता थे सबने सोचा कि सबसे पहले इसको गेम से बाहर किया जाए। फिर मेरा टिकट कट गया। आपलोगों को पता ही है कि कौन सी पार्टी से टिकट मिलने जा रहा था। उनका इशारा भाजपा (BJP) की तरफ था।
जनता के दम पर चुनाव लड़ूंगा
मनीष कश्यप ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैं किसी पार्टी के दम पर चुनाव नहीं लड़ रहा हूं मैं जनता के दम पर चुनाव लड़ रहा हूं। उन्होंने कहा कि हम मोदी के दम पर चुनाव लड़े तो उनके दम पर बैठ जाएंगे वहीं नीतीश जी के दम पर लड़ेंगे तो उनके साथ बैठ जाएंगे। लेकिन आपलोग के दम पर जीते तो आपलोगों के साथ बैठूंगा।
दूध से नहलाने को लेकर सफाई दी
मनीष कश्यप ने कहा कि मैंने नहीं कहा दूध से नहलाने बल्कि मेरी माताओं ने मुझे दूध से नहलाया। माताओं ने मुझसे कहा कि बेटा तुम मेरे दूध का कर्ज चुकाना। इसलिए मैंने भी माताओं को भरोसा दिया हूं कि मैं मां के दूध का कर्ज चुकाऊंगा।
मनीष कश्यप एक प्रसिद्ध पत्रकार व राजनेता हैं। वह सचतक समाचार चैनल के एक कार्यकारी संपादक है। वह बिहार के सबसे सफल और प्रसिद्ध पत्रकारों में से एक है। मनीष कश्यप चनपटिया विधानसभा से चुनावी मैदान में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ चुके हैं।
प्रारंभिक जीवन एवं शिक्षा
मनीष कश्यप का जन्म पश्चिमी चंपारण के चनपटिया प्रखंड में पिता उदित कुमार तिवारी के यहां एक ब्राह्मण परिवार में हुआ।मनीष कश्यप के ज्यादातर रिश्तेदार आर्मी में कार्यरत हैं। इनकी प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही हुई, बाद में उच्च शिक्षा हेतु उन्होंने सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री ली।
बिहार और तमिलनाडु पुलिस ने क्यों की गिरफ्तारी
दरअसल, तमिलनाडु में बिहार के मजदूरों के साथ मारपीट का कथित वीडियो मनीष कश्यप ने अपने आधिकारिक यूट्यूब चैनल से शेयर किया था। यह वीडियो बनाकर वो कानून के जाल में बुरी तरह फंस गया। वीडियो वायरल होने के बाद तमिलनाडु सरकार हरकत में आई। यहां तक कि तमिलनाडु के तत्कालीन डीजीपी शैलेंद्र बाबू ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए इस वीडियो को भ्रामक करार दिया था। बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने भी इसी मामले को लेकर मनीष कश्यप के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी।