लड़कियों और महिलाओं को हर महीने पीरियड्स होना एक आम प्रोसेस है. आमतौर पर अगर कभी पीरियड्स में रूकावट आ जाए या फिर सही से न हो, तो उसका कारण प्रेग्नेंसी बताया जाता है. लेकिन महिलाओं में पीरियड्स बीच में रूकने का कारण प्रेग्नेंसी के अलावा भी और कुछ हो सकते है.
पीरियड्स के कम या बंद होने के पीछे का कारण वेहट हार्मोन का इंबैलेंस होना भी हो सकता है. यानी अगर आप काफी ज्यादा कमज़ोर हो रहे हो, तो इसका असर आपके हर महीने होने वाले पीरियड्स पर पड़ सकता है. जिससे बॉडी डिस्बैलेंस हो जाती है.
पीरियड्स में रूकावट का एक कारण अधिक टैंशन लेना भी हो सकता है. ज्यादातर महिलाएं हर छोटी से बड़ी बातों की टेंशन और स्ट्रेस लेने लगती है, जिसका सीधा असर उनके हार्मोन पर पड़ता है. हार्मोनल डिस्बैलेंस के कारण पीरियड्स या तो कम हो जाते है या रूक जाते है.
ज्यादा जिम करने से भी पीरियड्स पर अफैक्ट पड़ता है. आजकल हर कोई अपने आपको फिट रखने के लिए जिम जाना पसंद करता है. जिसमें महिलाएं भी शामिल हैं. जिम करते समय ज्यादा एक्सरसाइज़ करने से शरीर की सारी एनर्जी लूज होती है. जिससे शरीर कमजोर पड़ता है. और इसी का सीधा असर पीरियड्स पर पड़ता है.
अगर आपके पीरियड्स मिस होते है या कम होते है, तो इसका एक लक्षण थायरॉइड हो सकता है. इस बीमारी से पीरियड्स पर काफी असर पड़ता है.