Key Points
- असम में 3.64 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित, 19 जिलों में रेड अलर्ट जारी
- मणिपुर में 19,000 से अधिक लोग विस्थापित
- सिक्किम में 1,500 से अधिक पर्यटक फंसे
पूर्वोत्तर भारत में पिछले चार दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश ने बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति पैदा कर दी है जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। असम में बाढ़ की स्थिति सबसे गंभीर है। पूर्वोत्तर भारत में बाढ़ की वजह से अब तक 34 लोगों की मौत हो चुकी है। यहां पर सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में असम, मणिपुर और सिक्किम शामिल है।
असम में बाढ़ की स्थिति
असम राज्य के 19 जिलों में लगभग 3.64 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। कछार जिला सबसे अधिक प्रभावित है जहां 1.03 लाख लोग बाढ़ से जूझ रहे हैं और 10,000 से अधिक लोग राहत शिविरों में आश्रय लिए हुए हैं। अब तक बाढ़ और भूस्खलन से 34 लोगों की मौत हो चुकी है। कई सहायक नदियाँ भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
मणिपुर में स्थिति चिंताजनक
मणिपुर में भी स्थिति चिंताजनक है। इम्फाल घाटी में भारी बारिश के कारण बाढ़ आ गई है। यहां पर हजारों लोग प्रभावित हुए हैं और सैकड़ों घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। लगभग 4,000 लोग प्रभावित हुए हैं जिनमें 883 परिवारों के घरों को नुकसान पहुंचा है। इम्फाल ईस्ट जिला सबसे अधिक प्रभावित है। आपातकालीन सेवाएं चल रही हैं। सेना सेना द्वारा बचाव कार्य और राहत अभियान लगातार चलाया जा रहा है।
सिक्किम में 1500 पर्यटक फंसे
सिक्किम में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण 1,500 से अधिक पर्यटक फंसे हुए हैं। राज्य में आपदा की स्थिति उत्पन्न हो गई है। सिक्किम अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। इस आपदा के कारण 1,500 से अधिक टूरिस्ट विभिन्न क्षेत्रों में फंसे हुए हैं। सरकार द्वारा हेलिकॉप्टर के माध्यम से बड़े पैमाने पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है ताकि फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके।
गृह मंत्री ने दिया मदद का भरोसा
केंद्र और राज्य सरकारें स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से बात कर हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया है। मौसम विभाग ने असम, त्रिपुरा और पूर्वोत्तर के कई हिस्सों में भारी बारिश और गरज के साथ बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है।