अहमदाबाद विमान हादसा: 2020 वाले हादसे से जुड़ा सुराग: क्या इलेक्ट्रिक फेल्योर ने ली 241 जानें?

0
अहमदाबाद विमान हादसा

Highlights

  • टेक ऑफ के सेकेंडों बाद ही विमान का मेन इलेक्ट्रिक सिस्टम हुआ फेल
  • 2020 UK एयरबस A321 क्रैश से मिलते-जुलते संकेत
  • ब्लैक बॉक्स और DVR को अमेरिका भेजने की तैयारी

अहमदाबाद में हाल ही में हुए दिल दहला देने वाले विमान हादसे की जांच अब और तेज़ हो गई है। अफसरों की नजर 2020 में हुए एक पुराने एयरबस A321 विमान हादसे पर भी है, जिसमें टेकऑफ के कुछ मिनटों बाद दोनों इंजन फेल हो गए थे।

अहमदाबाद हादसे में अब तक की जांच से यह साफ हुआ है कि प्लेन के इलेक्ट्रिक सिस्टम में गंभीर गड़बड़ी हुई थी, जिससे टेकऑफ के कुछ सेकंड बाद ही विमान क्रैश हो गया। ब्लैक बॉक्स की मदद से अब यह जानने की कोशिश की जा रही है कि पावर फेल्योर कैसे हुआ।

सिर्फ एक यात्री बचा था जिंदा

अहमदाबाद के मेघाणी नगर इलाके में हुए भीषण विमान हादसे में अब जांच अफसर कई गहराई से सुराग तलाश रहे हैं। विमान टेकऑफ के कुछ ही सेकेंड बाद क्रैश हो गया था, जिसमें 242 यात्रियों में से सिर्फ एक ही शख्स जीवित बचा। शव इतनी बुरी तरह जल चुके थे कि उनकी पहचान के लिए DNA टेस्ट कराना पड़ा।

जांच से जुड़े एक अधिकारी ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि टेक ऑफ के ठीक बाद प्लेन के मेन इलेक्ट्रिक सिस्टम ने काम करना बंद कर दिया था। हादसे की जगह से मिले वीडियो और मलबे से साफ संकेत मिले हैं कि इलेक्ट्रिक सिस्टम में कुछ बड़ा फेल्योर हुआ था।

2020 के हादसे से जुड़ा है सुराग

अफसरों की नजर अब 2020 में यूके के गैटविक एयरपोर्ट पर हुए Airbus A321 हादसे पर भी है। उस घटना में दोनों इंजन टेक ऑफ के बाद अचानक बंद हो गए थे। बाद में जांच में पाया गया कि फ्यूल सिस्टम में गड़बड़ी के कारण ऐसा हुआ था। यह तुलना अहमदाबाद हादसे की जांच में मदद कर सकती है।

ब्लैक बॉक्स और डेटा वॉयस रिकॉर्डर (DVR) को मौके से बरामद किया गया है, लेकिन दोनों डिवाइस को काफी नुकसान हुआ है। अब इन्हें अमेरिका भेजने की योजना है ताकि डेटा को सुरक्षित निकाल कर जांच आगे बढ़ाई जा सके। अधिकारियों का कहना है कि सिर्फ एक मिनट के रिकॉर्ड से ही पता चल सकता है कि क्या तकनीकी गड़बड़ी हुई थी।

एक इंजन पर भी उड़ सकता था विमान

अधिकारियों ने बताया कि ड्रीमलाइनर जैसे विमान एक इंजन पर भी उड़ सकते हैं और मैनुअल कंट्रोल मोड में पास की किसी जगह पर सुरक्षित लैंडिंग भी कर सकते हैं। लेकिन इस हादसे में ऐसा कोई संकेत नहीं मिला कि पायलट विमान को पूरी तरह मैनुअल कंट्रोल में ला पाए हों।