Small Savings Schemes: 18वीं लोकसभा चुनाव होने के बाद केंद्र में मोदी सरकार बन गई है। अब खबर है कि सरकार गठन के बाद पहली बार सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) और सुकन्या समृद्धि योजना जैसी स्मॉल सेविंग स्कीम पर मिलने वाली ब्याज दरों की समीक्षा होने वाली है।
ऐसा कहा जा रहा है कि सरकार इन स्कीम्स की ब्याज दरों में बदलाव कर सकती है। बता दें कि केंद्र सरकार प्रत्येक तिमाही में स्मॉल सेविंग स्कीम के लिए ब्याज दर निर्धारित करती है। इससे पहले सरकार ने अप्रैल जून तिमाही के लिए इन स्कीमों पर ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया था।
दूसरी तरफ जुलाई से सितंबर तिमाही के लिए सरकार ब्याज दरों पर 30 जून को फैसला ले सकती है। एक्सपर्ट्स का इस मामले में कहना है कि ब्याज दरों में बढ़ोतरी घरेलू बचत को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।
कितना मिल रहा है ब्याज
वर्तमान समय की बात करें तो पीपीएफ पर पहले की तरह 7.1 प्रतिशत का ब्याज मिल रहा है। वहीं सुकन्या समृद्धि योजना के तहत जमा राशि पर 8.2 प्रतिशत का ब्याज मिल रहा है।
- तीन साल की सावधि जमा पर 7.1 प्रतिशत का ब्याज मिल रहा है।
- डाकघर बचत जमा पर 4 प्रतिशत की ब्याज मिल रही है।
- किसान विकास पत्र पर 7.5 प्रतिशत का ब्याज मिल रहा है।
- राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी) पर 7.7 प्रतिशत का ब्याज मिल रहा है।
- मासिक आय योजना पर 7.4 प्रतिशत का ब्याज मिल रहा है।