Highlights
- उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने तत्काल प्रभाव से दिया इस्तीफा
- स्वास्थ्य को कारण बताया, इस्तीफा मानसून सत्र के पहले दिन आया
- एनडीए बहुमत में, हरिवंश नारायण सिंह का नाम चर्चा में
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार शाम अपने पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देकर सबको चौंका दिया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भेजे गए पत्र में उन्होंने कहा कि वे स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के लिए यह निर्णय ले रहे हैं। इस्तीफा संसद के मानसून सत्र के पहले ही दिन आया, जिससे राजनीतिक हलचल तेज हो गई है और नए उपराष्ट्रपति की खोज तुरंत शुरू हो गई है।
संविधान के अनुच्छेद 68 के अनुसार, इस पद पर नियुक्ति के लिए चुनाव जल्द से जल्द कराना होगा। एनडीए गठबंधन के पास लोकसभा और राज्यसभा में बहुमत है, इसलिए नए उम्मीदवार के चयन में उसकी भूमिका अहम रहेगी। संभावित नामों में हरिवंश नारायण सिंह, जो वर्तमान में राज्यसभा के उपसभापति हैं, उनका नाम सबसे आगे बताया जा रहा है। भाजपा अन्य वरिष्ठ नेताओं और राज्यपालों पर भी विचार कर सकती है।
2022 में ली थी उपराष्ट्रपति पद की शपथ
धनखड़ ने अगस्त 2022 में उपराष्ट्रपति पद की शपथ ली थी और उनका कार्यकाल 2027 तक था। अपने कार्यकाल में वे कई बार विपक्ष के साथ विवादों में रहे और उनके खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव भी आया था जिसे राज्यसभा में खारिज कर दिया गया। मार्च 2025 में उनकी एंजियोप्लास्टी हुई थी और तब से उनके स्वास्थ्य पर सवाल उठते रहे।
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धनखड़ ऐसे तीसरे उपराष्ट्रपति हैं जिन्होंने कार्यकाल पूरा होने से पहले इस्तीफा दिया। इससे पहले वी. वी. गिरी और भैरोसिंह शेखावत ऐसा कर चुके हैं। विपक्ष ने इस कदम पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने इसे “चौंकाने वाला और समझ से परे” बताया और कहा कि प्रधानमंत्री मोदी उन्हें इस्तीफा वापस लेने के लिए मनाने की कोशिश करें।
अब सबकी निगाहें इस बात पर हैं कि अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा और क्या यह बदलाव सत्ता संतुलन में किसी बड़े फेरबदल का संकेत है। चुनाव आयोग जल्द ही नए चुनाव की तारीखों की घोषणा करेगा।