तृणमूल कांग्रेस सांसद कल्याण बनर्जी ने बुधवार को दावा किया कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वरिष्ठ कैबिनेट मंत्रियों के दबाव में अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। उन्होंने कहा कि धनखड़ को यह चेतावनी दी गई थी कि यदि उन्होंने रात नौ बजे तक इस्तीफा नहीं दिया तो उनके खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाया जाएगा। बनर्जी का कहना है कि यह कदम केंद्र सरकार की राजनीतिक रणनीति का हिस्सा था।
कल्याण बनर्जी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हाल ही में चुनाव से पहले एक चुनाव आयुक्त ने भी अचानक इस्तीफा दिया था और अब उपराष्ट्रपति को पद छोड़ने के लिए मजबूर किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को भारत का अगला उपराष्ट्रपति बनाया जाएगा। उनके अनुसार यह बदलाव सत्ता समीकरणों में नई हलचल ला सकता है।
स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर दिया इस्तीफा
धनखड़ ने सोमवार शाम स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कहा कि वह अब चिकित्सकीय सलाह और स्वास्थ्य सेवा (Healthcare) पर ध्यान केंद्रित करेंगे। अपने बयान में उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सहयोग और मार्गदर्शन के लिए आभार जताया।
विपक्षी दलों ने इस इस्तीफे पर सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि धनखड़ की तबीयत ठीक है और उनका अचानक इस्तीफा कई सवाल पैदा करता है। खरगे ने कहा कि सरकार को साफ करना चाहिए कि इस्तीफे के पीछे की असली वजह क्या है। उन्होंने इसे राजनीतिक दबाव का परिणाम बताया।
Latest Posts
लोकसभा में विपक्ष के उपनेता गौरव गोगोई ने प्रधानमंत्री मोदी की हालिया टिप्पणी को लेकर कहा कि यह बयान साफ तौर पर इस्तीफे के राजनीतिक पहलू को उजागर करता है। विपक्ष का मानना है कि यह इस्तीफा सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा नहीं बल्कि एक सोची समझी राजनीतिक चाल है।
इस घटनाक्रम ने देशभर में राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है। सवाल यह है कि क्या वाकई राजनाथ सिंह को उपराष्ट्रपति बनाने की तैयारी चल रही है और क्या धनखड़ का इस्तीफा महज स्वास्थ्य कारणों से हुआ या फिर यह किसी बड़े राजनीतिक खेल का हिस्सा है।