Nepal Crisis: हिंसा के बीच पीएम ओली ने दिया इस्तीफा, सेना प्रमुख अशोक राज सिग्देल ने संभाली कमान

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Nepal Crisis: देशभर में भड़की हिंसा और विरोध प्रदर्शनों के बीच मंगलवार को नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस्तीफे का ऐलान कर दिया। राजधानी काठमांडू समेत कई शहरों में हालात बेकाबू होने के बाद अब सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। सेना प्रमुख जनरल अशोक राज सिग्देल ने देर रात राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रदर्शनकारियों से अपील की कि वे हिंसा और तोड़फोड़ बंद कर बातचीत के रास्ते पर लौटें।

सेना प्रमुख की अपील

जनरल सिग्देल ने कहा कि मौजूदा हालात को सामान्य करना जरूरी है। उन्होंने कहा, “हम प्रदर्शनकारी समूह से अपील करते हैं कि वे हिंसा छोड़कर राष्ट्र के शांतिपूर्ण समाधान के लिए संवाद का रास्ता अपनाएं। हमें अपने ऐतिहासिक और राष्ट्रीय धरोहरों, सार्वजनिक एवं निजी संपत्ति की रक्षा करनी है। आम जनता और राजनयिक मिशनों की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है।”

सेना ने यह भी साफ कर दिया है कि आगजनी, लूटपाट, तोड़फोड़ या लोगों पर हमले किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

राजधानी की सुरक्षा सेना के हवाले

नेपाल सेना ने राजधानी काठमांडू के कई अहम ठिकानों को अपने नियंत्रण में ले लिया है।

  • त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा
  • सिंहदरबार (सरकारी सचिवालय)
  • कई मंत्रियों और पूर्व प्रधानमंत्रियों के निजी आवास

हाल के दिनों में नेताओं के घरों और सरकारी परिसरों पर हमलों के बाद सुरक्षा और सख्त कर दी गई है।

कौन हैं जनरल अशोक राज सिग्देल?

58 वर्षीय जनरल अशोक राज सिग्देल ने पिछले साल नेपाल सेना की कमान संभाली थी। उन्हें उनके व्यावहारिक दृष्टिकोण और भारत-चीन दोनों देशों के साथ संतुलन साधने की कूटनीतिक कोशिशों के लिए जाना जाता है। मौजूदा संकट उनके करियर की सबसे बड़ी चुनौती माना जा रहा है।

कैसे शुरू हुआ विरोध?

नेपाल में मौजूदा संकट की शुरुआत सोशल मीडिया पर प्रतिबंध और भ्रष्टाचार विरोधी नारों से हुई थी। शुरुआत में यह एक शांतिपूर्ण आंदोलन था, लेकिन देखते ही देखते यह हिंसक हो गया। प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन, सरकारी दफ्तरों और नेताओं के निजी घरों को आग के हवाले कर दिया। पुलिस फायरिंग में कई लोगों की मौत हो चुकी है और हालात काबू से बाहर होते जा रहे हैं।