Highlights
- ईडी ने चैतन्य बघेल को शराब घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार किया
- विधानसभा सत्र के बीच ईडी कार्रवाई पर विपक्ष का वॉकआउट
- तीन साल में 2,174.60 करोड़ के अवैध शराब कारोबार का आरोप
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को प्रवर्तन निदेशालय ने कथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद उन्हें रायपुर कोर्ट में पेश किया गया। इस घटना के बाद कांग्रेस के बड़े नेता, जिनमें नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत और भूपेश बघेल खुद शामिल हैं, जिला कोर्ट पहुंचे। आज ही विधानसभा सत्र का आखिरी दिन था और ईडी की कार्रवाई के विरोध में विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया।
सुबह ही भूपेश बघेल के भिलाई आवास पर ईडी ने छापा मारा। बघेल ने सोशल मीडिया पर लिखा कि विधानसभा के अंतिम दिन वह तमनार में अडानी परियोजना के पेड़ों की कटाई का मुद्दा उठाने वाले थे, तभी ‘साहब’ ने ईडी भेज दी। चैतन्य बघेल का आज जन्मदिन भी है। इस पर भूपेश बघेल ने कहा कि मोदी और शाह उन्हें जन्मदिन पर ऐसे तोहफे देते हैं जिन्हें वह जिंदगी भर याद रखेंगे।
छत्तीसगढ़ शराब घोटाला फरवरी 2019 से जुड़ा है। आरोप है कि डिस्टिलरी से हर महीने 200 ट्रकों में 800 पेटी शराब भेजी जाती थी, जिसे बाद में बढ़ाकर 400 ट्रक कर दिया गया। कीमतें भी बढ़ीं और तीन साल में करीब 60 लाख पेटियां अवैध रूप से बेची गईं। जांच में सामने आया कि इस कथित घोटाले से लगभग 2,174.60 करोड़ रुपये का अवैध राजस्व हुआ।