भारत ने एक बार फिर आतंक के खिलाफ कठोर रुख अपनाते हुए जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख आतंकी अब्दुल रऊफ अजहर को एक सटीक एयर स्ट्राइक में मार गिराया। यह ऑपरेशन न केवल भारत की सुरक्षा नीति की दृढ़ता का प्रतीक है बल्कि वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ एक निर्णायक संदेश भी बन गया है। इस कार्रवाई पर अमेरिका और इज़राइल ने भारत की खुले तौर पर सराहना की है और दुनिया भर से सकारात्मक प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं।
कौन था अब्दुल रऊफ अजहर?
अब्दुल रऊफ अजहर कुख्यात आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के संस्थापक मसूद अजहर का छोटा भाई था और संगठन का अहम ऑपरेशनल मास्टरमाइंड था। वह भारत में हुए कई भीषण आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड रहा है जिनमें संसद हमला (2001) और पठानकोट हमला (2016) शामिल हैं। उसका नाम लंबे समय से अमेरिका की वांटेड लिस्ट में शामिल था।
डेनियल पर्ल हत्याकांड का मुख्य आरोपी
2002 में अमेरिकी पत्रकार डेनियल पर्ल की पाकिस्तान में बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। उस हत्या का मास्टरमाइंड अब्दुल रऊफ ही था। अमेरिकी एजेंसियों को उसकी तलाश पिछले दो दशकों से थी। अब उसकी मौत के बाद यह अमेरिका के लिए भी राहत की बात है।
अमेरिका ने कहा: “थैंक यू इंडिया”
अमेरिका के पूर्व राजनयिक और संयुक्त राष्ट्र में प्रतिनिधि रहे जालमे खलीलजाद ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा: “भारत ने पाकिस्तान में सैन्य अभियान चलाते हुए डेनियल पर्ल के हत्यारे, क्रूर आतंकी अब्दुल रऊफ को खत्म कर दिया। यह इंसाफ का दिन है। भारत का धन्यवाद।”
इज़राइली मीडिया ने भी भारत की इस कार्रवाई को खास कवरेज दी है। ‘द यरूशलम पोस्ट’ ने रिपोर्ट में लिखा कि यहूदी समुदाय भारत की इस सख्त कार्रवाई से राहत महसूस कर रहा है। इज़राइल और यहूदी समुदाय लंबे समय से इस आतंकवादी की मौत की मांग कर रहे थे क्योंकि यह हमला यहूदियों के खिलाफ भी एक वैश्विक खतरा था।