Highlights
- दिल्ली में 5 लाख टूरिस्ट का टारगेट, ₹20 करोड़ का बजट
- एयरपोर्ट पर नया इंफॉर्मेशन सेंटर, थीम टूर और हेरिटेज वॉक
- फिल्म शूटिंग के लिए ₹3.01 करोड़ का अलग बजट
दिल्ली सरकार ने राजधानी को एक इंटरनेशनल टूरिज्म और फिल्म डेस्टिनेशन के रूप में उभारने के लिए साल 2025-26 की नई टूरिज्म और फिल्म नीति जारी की है। इस पॉलिसी के तहत दिल्ली को न सिर्फ भारतीय, बल्कि विदेशी सैलानियों के लिए भी आकर्षक बनाया जाएगा। सरकार ने इस दिशा में ₹20 करोड़ का बजट तय किया है और इस बार 5 लाख पर्यटकों को राजधानी की ओर आकर्षित करने का टारगेट रखा गया है।
ज्यादा इवेंट्स, ज्यादा टूरिस्ट
इस साल दिल्ली टूरिज्म विभाग 18 बड़े राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय टूरिज्म फेयर में भाग लेगा जो पिछले साल की तुलना में दो ज्यादा हैं। इसके अलावा राजधानी में 12 बड़े मेलों और फेस्टिवलों का आयोजन होगा जिनके ज़रिए सैलानियों की संख्या को 3.5 लाख से बढ़ाकर 5 लाख तक पहुंचाने का लक्ष्य है। ये इवेंट्स दिल्ली की सांस्कृतिक विविधता और ऐतिहासिक महत्व को दर्शाएंगे।
पर्यटकों की सुविधा के लिए IGI एयरपोर्ट के टर्मिनल-3 पर एक नया इंफॉर्मेशन काउंटर शुरू किया जाएगा। इसके अलावा दिल्ली में कई थीम बेस्ड टूर सर्किट, हेरिटेज वॉक और कल्चर-फोकस्ड ट्रेल्स बनाए जाएंगे। ‘गार्डन ऑफ फाइव सेंसिस’ को पूरी तरह से नए लुक में पेश किया जाएगा जहां डिजाइन की ज़िम्मेदारी आर्किटेक्ट्स को सौंपी गई है। पर्यटन मंत्री की मंजूरी के बाद इसका काम शुरू होगा।
फिल्म इंडस्ट्री को भी मिलेगा बूस्ट
दिल्ली को फिल्म मेकिंग का अगला बड़ा केंद्र बनाने की तैयारी है। इसके लिए सरकार ने ₹3.01 करोड़ का अलग बजट रखा है। इस नीति के तहत 2025 में दिल्ली में 20 फिल्म शूटिंग एप्लिकेशन मिलने की उम्मीद है, जिनमें से 15 को 30 दिनों के भीतर क्लियर करने का टारगेट है। इससे प्रोडक्शन हाउसेज़ को तेज़ और पारदर्शी प्रक्रिया मिलेगी।
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दिल्ली सरकार फिल्म नीति के तहत WAVES समिट (मुंबई) और कई इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल्स में भी भाग ले रही है। इसका मकसद दिल्ली को ग्लोबल लेवल पर एक नए फिल्म शूटिंग डेस्टिनेशन के रूप में प्रमोट करना है। सरकार मानती है कि इससे दिल्ली की छवि राजनीति या इतिहास तक सीमित नहीं रहेगी बल्कि उसे संस्कृति, क्रिएटिविटी और आधुनिक लोकेशन का केंद्र माना जाएगा।