भारत-पाकिस्तान सीजफायर कैसे हुआ? 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले कुछ दिनों से युद्ध की स्थिति बनी हुई है। 10 मई की शाम को अचानक दोनों देशों ने युद्धविराम की घोषणा कर दी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसका ऐलान किया। जानिए कैसे यह संभव हुआ? क्या इसमें अमेरिका का भी रोल है।
7 मई 2025 की आधी रात को भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया। पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेते हुए भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। ऑपरेशन में भारतीय सेना ने 90 के आसपास आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया।
भारतीय सेवा के इस कार्रवाई के बाद बौखलाए पाकिस्तान ने 8 में की रात को भारतीय सीमा से सटे इलाकों पर हमला शुरू कर दिया। पाकिस्तान की तरफ से भारत के पुंछ और राजौरी समेत कई रिहायशी इलाकों को निशाना बनाया गया। इसके बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए भारतीय सेना ने भी पाकिस्तानी सेना के कई महत्वपूर्ण अड्डों को तबाह कर दिया।
क्यों हुआ सीजफायर का ऐलान?
बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध के हालात बन चुके थे। पाकिस्तान अपनी कायराना हरकतों से बाज नहीं आ रहा था और हमला कर रहा था। लेकिन इन सब के बीच भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान को बहुत नुकसान पहुंचाया। लेकिन ऐसा क्या हुआ कि अचानक 10 मई को दोनों देशों ने सीजफायर का ऐलान कर दिया?
- एयरबेस की तबाही
भारतीय सेना द्वारा लगातार पाकिस्तान के एयरबेस को निशाना बनाया गया। पाकिस्तान के कई सैनिक ठिकानों पर ब्रह्मोस मिसाइल दागी गई। विदेश मंत्रालय ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इस दौरान रावलपिंडी के नूरखान, चकलाला और पंजाब के सरगोधा एयरबेस को निशाना बनाया गया। इसके साथ-साथ पीओके में जकोबाबाद, भोलारी और स्कार्दू एयरबेस को भी निशाना बनाया गया।
- पाकिस्तान को सताने लगा डर
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत द्वारा पाकिस्तानी एयरबेस पर हमले के बाद पाकिस्तान को डर सताने लगा कि भारत का अगला निशाना पाकिस्तान के परमाणु कमांड हो सकते हैं। ऐसे में पाकिस्तान घुटनों के बल गिरा।
- अमेरिका से मांगी मदद
लगातार बढ़ते हमलों और भारी नुकसान के बाद पाकिस्तान ने अमेरिका से मदद मांगी। पाकिस्तान को डर था कि कहीं भारत उनके परमाणु ठिकानों पर हमला न कर दे। ऐसे में पाकिस्तान इसको लेकर अमेरिका से मदद मांगी। अमेरिका ने पाकिस्तान की मदद करते हुए भारत से सीजफायर के लिए पाकिस्तान और भारत दोनों देशों को पीछे हटने के लिए कहा।
- पाक DGMO ने भारत में किया फोन
रिपोर्ट्स की मानें तो अमेरिका ने पाकिस्तान को बिना किसी देरी के बॉर्डर पर गोलीबारी बंद करने को कहा। 10 मई की दोपहर 03.35 बजे पाकिस्तान के DGMO मेजर जनरल काशिफ अब्दुल्ला ने अपने भारतीय समकक्ष लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई को फोन किया और सीजफायर का ऑफर दिया।
भारत की शर्तों पर सीजफायर
हालांकि भारत ने सीजफायर अपनी शर्तों पर किया है। इसमें सिंधु जल समझौता भी रद्द रहेगा। साथ ही भारत की तरफ से साफ कर दिया गया है कि आगे से कोई भी आतंकी हमला ‘युद्ध’ माना जाएगा।