IRCTC Ticket Booking: भारतीय रेलवे की टिकट बुकिंग प्रणाली में लंबे समय से तत्काल टिकटों की उपलब्धता को लेकर यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था। टिकट बुकिंग विंडो खुलते ही कुछ ही मिनटों में सभी टिकटें गायब हो जाती थीं। इससे आम यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था।
इस समस्या को खत्म करने के लिए रेलवे ने बड़ी कार्रवाई की है। फर्जी यूज़र अकाउंट्स और बॉट्स, जो टिकट बुकिंग प्रणाली का दुरुपयोग कर रहे थे, उन्हें बैन कर दिया गया है। IRCTC ने जनवरी से मई 2025 के बीच की गई जांच में पाया कि लगभग 2.9 लाख संदिग्ध PNRs केवल पांच मिनट के भीतर बुक किए गए थे। इनमें से अधिकांश बुकिंग फर्जी आईडी और बॉट्स के माध्यम से की गई थीं।
2.5 करोड़ फर्जी यूजर अकाउंट डिलीट
इस घोटाले को रोकने के लिए IRCTC ने 2.5 करोड़ फर्जी यूज़र आईडी को निष्क्रिय कर दिया है। इसके अलावा 20 लाख अन्य आईडी को पुनः सत्यापन के लिए चिह्नित किया गया है। IRCTC ने 6,800 से अधिक डिस्पोजेबल ईमेल डोमेन को भी ब्लॉक किया है जो फर्जी अकाउंट बनाने के लिए उपयोग किए जा रहे थे।
इस कार्रवाई के साथ ही IRCTC Ticket Booking में IRCTC ने कई तकनीकी सुधार भी किए हैं। अब वेबसाइट पर AI आधारित एंटी-बॉट सिस्टम लगाया गया है जो फर्जी और ऑटोमेटिक बुकिंग करने वाले बॉट्स को तुरंत पहचान कर ब्लॉक कर देता है। इसके अलावा वेबसाइट का 87% स्टैटिक कंटेंट अब CDN (Content Delivery Network) के ज़रिये सर्व किया जा रहा है। इससे वेबसाइट तेजी से खुलती है और सर्वर पर लोड कम होता है।
आधार वेरिफिकेशन हुआ अनिवार्य
IRCTC ने आधार वेरिफिकेशन को भी अनिवार्य कर दिया है। अब जिन यूज़र्स का आधार वेरिफिकेशन नहीं हुआ है, वे रजिस्ट्रेशन के तीन दिन बाद ही तत्काल, प्रीमियम तत्काल या ओपनिंग एडवांस टिकट (ARP) बुक कर सकेंगे। जिन यूज़र्स का आधार से वेरिफिकेशन हो चुका है, वे बिना किसी देरी के तुरंत बुकिंग कर सकते हैं।