Jaipur Rain Update: जयपुर में बारिश का कहर, खुद सड़क पर उतरे CM भजन लाल शर्मा

जयपुर में हुई तेज बारिश ने शहर की हालत बिगाड़ दी है। जलभराव से आमजन परेशान है। इसी बीच मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा खुद सड़क पर उतरकर हालात का जायजा लेने पहुंचे। उनके दौरे के बाद प्रशासन हरकत में आया और राहत कार्य तेज किया गया है।

0
Jaipur Rain Update
CM Bhajan Lal Sharma

Highlights

  • मुख्यमंत्री ने बारिश के बाद खुद शहर का दौरा किया
  • सीवरेज के चलते कुछ इलाकों में जलभराव ज्यादा
  • स्कूली बच्चों और अस्पतालों पर विशेष निगरानी के निर्देश

Jaipur Rain Update: राजस्थान की राजधानी जयपुर (Jaipur) में मंगलवार को हुई भारी बारिश (Heavy Rainfall) ने शहर की सड़कों को पानी-पानी कर दिया। जलभराव की स्थिति का जायजा लेने खुद मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा (CM Bhajan Lal Sharma) बुधवार को सड़कों पर उतरे। उन्होंने कहा कि हालात नियंत्रण में हैं लेकिन कई जगहों पर तुरंत कार्रवाई जरूरी है।

मुख्यमंत्री ने शहर के अलग-अलग इलाकों में जाकर निरीक्षण किया। उनके साथ जयपुर नगर निगम (Municipal Corporation), जिला प्रशासन (District Administration) और JDA के अधिकारी भी मौजूद रहे। उन्होंने मौके पर ही निर्देश दिए कि जलनिकासी (Drainage) में देरी न हो और सभी एजेंसियां मिलकर काम करें।

सीएम ने बताया कि जयपुर के कई इलाकों में सीवरेज (Sewerage) का कार्य चल रहा है। इसकी वजह से बारिश का पानी निकलने में दिक्कत हो रही है। उन्होंने कहा कि जहां भी परेशानी हो रही है, वहां तुरंत राहत पहुंचाई जाए।

स्कूली बच्चों की सुरक्षा पर जताई चिंता

निरीक्षण के दौरान सीएम ने स्कूली बच्चों (School Children) की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई। उन्होंने अपील की कि जिन इलाकों में जलभराव है, वहां छोटे बच्चों को अकेले न भेजें। प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि स्कूलों के पास विशेष सतर्कता बरती जाए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि अस्पतालों (Hospitals) के आसपास जलभराव न हो। मरीजों को किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए तुरंत मशीन और कर्मचारी तैनात किए जाएं।

जलभराव से ट्रैफिक जाम

शहर के कई हिस्सों में जलभराव से ट्रैफिक जाम (Traffic Jam) की स्थिति बन गई। सीएम ने कहा कि यातायात को सुचारू रखने के लिए ट्रैफिक पुलिस (Traffic Police) और अन्य एजेंसियां मिलकर काम करें। मुख्यमंत्री के दौरे के बाद कई जगहों पर पंप लगाकर पानी निकाला गया। प्रशासन को निर्देश दिया गया है कि 24 घंटे निगरानी रखी जाए। किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।