स्वाति मालीवाल

स्वाति मालीवाल अपने साथ हुई कथित बदसलूकी का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। शनिवार को विभव कुमार की गिरफ्तारी के बाद भी स्वाति मालीवाल बख्शने के मूड में नहीं हैं। आज उन्होंने एक निजी चैनल की फोटो शेयर कर एक बार फिर आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा है। स्वाति ने मुसीबत के वक्त जेल में बंद पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को याद किया है। मालीवाल ने कहा कि वो यहां होते तो शायद मेरे साथ इतना बुरा नहीं होता। मालीवाल के एक्स पोस्ट से लग रहा है कि उन्हें विश्वास है कि सिसोदिया उनके साथ इस मुश्किल वक्त में साथ देते।

स्वाति मालीवाल को याद आए मनीष सिसोदिया

मालीवाल अपने एक्स हैंडल पर लिखा कि किसी दौर में हम सब निर्भया को इंसाफ़ दिलाने के लिए सड़क पर निकलते थे, आज 12 साल बाद सड़क पर निकले हैं। ऐसे आरोपी को बचाने के लिए जिसने CCTV फुटेज गायब किए और फोन फॉर्मेट कर दिया। उन्होंने कहा कि काश इतना जोर मनीष सिसोदिया जी के लिए लगाया होता। वो यहां होते तो शायद मेरे साथ इतना बुरा नहीं होता।

Cctv फुटेज गायब

शनिवार को उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई के ट्वीट पर रिपोस्ट करते हुए सीधे विभव कुमार पर हमला बोला। स्वाति मालीवाल ने लिखा कि पहले मुझे बेरहमी से विभव ने पीटा। थप्पड़ और लातें मारी। मैं सिक्योरिटी को चीख चीख के बता रही थी की मुझे बहुत बेरहमी से विभव ने पीटा है। वो पूरा लंबा हिस्सा वीडियो का एडिट कर दिया गया। सिर्फ 50 सेकंड रिलीज किए गये जब मैं सिक्योरिटी वालों को समझा समझा के खीज चुकी थी। अब फोन फॉर्मेट करके पूरी वीडियो डिलीट कर दी ? CCTV की फुटेज भी गायब, साजिश की भी हद है।

बीजेपी की साजिश

स्वाति मालीवाल ने बिभव पर मारपीट करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि बिभव ने उनको थप्पड़ मारा, पेट पर लात मारी और सिर को टेबल पर पटका। हालांकि आम आदमी पार्टी ने इन आरोपों से इनकार किया है और इसके पीछे बीजेपी की साजिश करार दिया है।

सीएम आवास से सीसीटीवी का डीवीआर किया जब्त

दिल्ली पुलिस ने आरोपी बिभव कुमार कल रात में तीस हजारी कोर्ट पेश किया। जहां अदालत ने बिभव को पांच दिन के पुलिस रिमांड में भेज दिया। वहीं रविवार सुबह पुलिस की एक टीम मुख्यमंत्री निवास पहुंची और वहां सीसीटीवी को जब्त कर अपने सात लेकर चली गई।

स्वाति मालीवाल

स्वाति मालीवाल (जन्म 15 अक्टूबर 1984) एक सामाजिक कार्यकर्ता और राजनीतिज्ञ हैं । वह वर्तमान में दिल्ली का प्रतिनिधित्व करने वाली राज्यसभा में संसद सदस्य के रूप में कार्य करती हैं। उन्होंने सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के नेतृत्व में 2011 के भारतीय भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन में भाग लिया और बाद में, 2015 से 2024 तक दिल्ली महिला आयोग (DCW) की अध्यक्ष के रूप में कार्य किया ।