भारतीय सेना ने रविवार को स्पष्ट कर दिया कि पाकिस्तान के साथ संघर्षविराम सहमति के बावजूद ऑपरेशन सिंदूर जारी रहेगा। तीनों सेनाओं के डीजी ऑपरेशन्स ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यदि पाकिस्तान ने फिर से हमले की कोशिश की तो उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। सेना ने घोषणा की कि उसने अपने सभी लक्ष्य पूरे कर लिए हैं और पुलवामा हमले के पीड़ितों को न्याय मिल चुका है।
वायुसेना का बड़ा दावा
डायरेक्टर जनरल एयर ऑपरेशन्स (DGAO) एके भारती ने पाकिस्तान के दावों को खारिज करते हुए कहा कि भारतीय पायलट पूरी तरह सुरक्षित हैं और सभी निर्धारित लक्ष्यों को सफलतापूर्वक नष्ट किया गया है। उन्होंने पाकिस्तानी प्रचार को झूठा बताया जिसमें राफेल विमानों के गिरने और एक पायलट को पकड़ने का दावा किया गया था।
100+ आतंकी ढेर
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कई हाईटेक लड़ाकू विमानों को मार गिराया। साथ ही 35-40 पाकिस्तानी सैनिकों को भी ढेर किया। डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स राजीव घई ने बताया कि भारत ने पाकिस्तान में 4 और पीओके में 5 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इस ऑपरेशन में 100 से अधिक आतंकी मारे गए। मारे गए आतंकी में पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक और मुदस्सिर अहमद शामिल थे। इस दौरान भारत के 5 जवान भी शहीद हुए।
एयर मार्शल एके भारती ने बताया कि भारतीय वायुसेना ने चकलाला और रफीकी एयरबेस सहित पाकिस्तान के अहम सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। उन्होंने कहा, “हमारी कार्रवाई सटीक और संयमित थी, जिसमें पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम, कमांड सेंटर और मिलिट्री इंफ्रास्ट्रक्चर को भारी नुकसान पहुंचाया गया।”
भारतीय नौसेना भी थी तैयार
डायरेक्टर जनरल ऑफ नेवल ऑपरेशन्स (DGNO) वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने खुलासा किया कि भारतीय नौसेना भी पाकिस्तान के खिलाफ बड़ी कार्रवाई के लिए तैयार थी। उन्होंने कहा, “हमने 9 मई की रात कराची पोर्ट और अन्य रणनीतिक लक्ष्यों पर हमला करने की पूरी तैयारी कर ली थी। हमारे जहाज उत्तरी अरब सागर में तैनात थे और सिर्फ निर्देश का इंतजार कर रहे थे।”
डीजीएनओ ने बताया कि पुलवामा हमले के 96 घंटे के भीतर ही भारतीय नौसेना ने अरब सागर में अपनी स्ट्राइक क्षमता पूरी तरह सक्रिय कर ली थी। उन्होंने कहा, “हमारी नौसेना किसी भी जवाबी कार्रवाई के लिए पूरी तरह सक्षम है और दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देने की तैयारी में है।”