PM Narendra Modi Speech: आत्मनिर्भर भारत ही असली ताकत, इसे बताया सबसे बड़ा दुश्मन

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के भावनगर में आयोजित ‘समुद्र से समृद्धि’ कार्यक्रम में पहुंचे और देशवासियों को आत्मनिर्भरता का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि भारत का असली दुश्मन कोई और देश नहीं, बल्कि हमारी विदेशी निर्भरता है। जब तक हम बाहर के संसाधनों पर निर्भर रहेंगे, तब तक विकास की राह कठिन बनी रहेगी।

मोदी ने कहा, “आज भारत विश्वबंधु की भावना से आगे बढ़ रहा है। हमारे लिए कोई बाहरी ताकत दुश्मन नहीं है। सच्चाई यह है कि हमारी असली कमजोरी विदेशी निर्भरता है। जितनी ज्यादा निर्भरता, उतनी ही ज्यादा देश की विफलता। हमें मिलकर इस दुश्मन को हराना होगा।”

आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बड़ा संदेश

प्रधानमंत्री ने कहा कि शांति, स्थिरता और समृद्धि की राह में आत्मनिर्भर भारत ही सबसे बड़ा संबल है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि अगर 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है, तो आत्मनिर्भरता के रास्ते पर मजबूती से चलना ही होगा।

मोदी ने कहा, “हमारे 140 करोड़ देशवासियों का संकल्प होना चाहिए कि Chip हो या Ship, हमें भारत में ही बनाना होगा। इसी सोच के साथ समुद्री क्षेत्र में भी नए सुधार किए जा रहे हैं।”

उन्होंने ऐलान किया कि अब सरकार ने बड़े जहाजों को इंफ्रास्ट्रक्चर की श्रेणी में मान्यता दे दी है। यह फैसला देश के समुद्री व्यापार और लॉजिस्टिक्स सेक्टर के लिए ऐतिहासिक साबित होगा।

कांग्रेस पर हमला

अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद कांग्रेस सरकारों ने भारत की ताकत और सामर्थ्य को नजरअंदाज किया।

मोदी ने कहा, “लंबे समय तक कांग्रेस ने देश को लाइसेंस-कोटा राज में उलझाए रखा और दुनिया के बाजार से अलग-थलग कर दिया। इन गलत नीतियों का खामियाज़ा हमारे नौजवानों को भुगतना पड़ा और भारत वो सफलता हासिल नहीं कर पाया, जिसका हम हकदार थे।”

प्रधानमंत्री ने अपने भाषण के अंत में दोहराया कि आत्मनिर्भर भारत ही असली विकल्प है। उन्होंने कहा कि आज देश की सबसे बड़ी ज़रूरत है कि हर क्षेत्र में भारतीय समाधान खोजे जाएं। विदेशी निर्भरता से मुक्त होकर ही भारत आने वाले दशकों में एक सशक्त और विकसित राष्ट्र बन सकता है।