श्यामलाल पाल

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के बीच सपा ने पार्टी संगठन में बड़ा फेरबदल किया है। अखिलेश ने प्रयागराज के रहने वाले श्यामलाल पाल को सपा प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। पहले इस पद पर नरेश उत्तम पटेल पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद पर थे। उन्हें अखिलेश यादव ने फतेहपुर लोकसभा सीट से प्रत्याशी घोषित किया है।

श्याम लाल पाल की बात करें तो वह समाजवादी पार्टी के प्रदेश महासचिव भी रह चुके हैं। उसके बाद नरेश उत्तम पटेल ने उन्हें प्रदेश कार्यकारिणी में शामिल किया बीते साल ही सपा ने उन्हें प्रदेश उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी थी।

ओबीसी वोटर्स पर SP का निशाना

अखिलेश यादव की अगुवाई वाली सपा ने श्यामलाल पाल को यूपी का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाकर ओबीसी वोटर्स पर निशाना साधने की कोशिश की है। तीसरे चरण की वोटिंग से पहले पार्टी प्रदेश में जातीय समीकरण को साधने की कोशिश में लगे हैं। पार्टी के दिग्गज नेताओं में शुमार किए जाने वाले नरेश उत्तम पटेल अभी विधान परिषद के सदस्य हैं। हालांकि उनकी यह सदस्यता भी अगले महीने 5 मई को खत्म होने वाली है। 5 मई को रिक्त हो रहीं विधान परिषद की 13 सीटों के लिए चुनाव भी कराया जा चुका है। लेकिन पार्टी ने उन्हें उत्तर प्रदेश विधानसभा के उच्च सदन में फिर से नहीं भेजने का फैसला लिया।

संगठन में भी पीडीए फार्मूला

अखिलेश यादव ने पार्टी के संगठन में यह बदलाव भी पीडीए यानी पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक फार्मूले के तहत किया है। नरेश उत्तम पटेल तीन बार से बतौर प्रदेश अध्यक्ष रिपीट किए जा रहे थे, इस बार उन्हें फतेहपुर से लोकसभा चुनाव में उतारा गया है। जबकि, श्यामलाल पाल को संगठन की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

मंगलवार को वोटिंग

लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरे चरण के लिए यूपी की 9 सीटों पर मंगलवार को वोटिंग होनी है। इसके लिए सोमवार को पोलिंग पार्टियों की रवानगी शुरू हो गई। तीसरे चरण में संभल, हाथरस, आगरा, फतेहपुर सीकरी, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं और बरेली सीट पर चुनाव होना है। इन जिलों में पोलिंग पार्टियों की रवानगी शुरू हो चुकी है। मतदान कर्मियों को हीट स्ट्रोक से बचाने के लिए उन्हें मेडिकल किट भी दी जा रही है।इस चुनाव में केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल, यूपी के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह, राजस्व राज्य मंत्री अनूप प्रधान बाल्मीकि और मुलायम सिंह यादव के परिवार के कई सदस्यों की किस्मत का फैसला होगा।

डिंपल सहित परिवार के लोग मैदान में

जहां मैनपुरी से अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव चुनावी ताल ठोक रही हैं. वहीं सपा के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यातदव फिरोजाबाद सीट से फिर जीत के लिए पसीने बहा रहे हैं, जिसे उन्होंने 2014 में जीता था। उधर, बदायूं लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरे आदित्य यादव सपा के गढ़ को जीतने की कोशिश करेंगे। जिस सीट पर 2014 में धर्मेंद्र यादव जीत हासिल कर चुके हैं। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के दिग्गज नेता कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह एटा सीट से हैट्रिक लगाने की उम्मीद कर रहे हैं।

नरेश उत्तम पटेल

नरेश पटेल ज़ब से समाजवादी पार्टी के स्थापना हुई तभी से ही पार्टी के साथ जुड़े हुए हैं। 10 जनवरी 1956 को फतेहपुर के जहानाबाद के लहुरी सराय में उनका जन्म हुआ था। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत जनता दल से की। वर्ष 1989 से 1992 के बीच उन्होंने जनता दल के कार्यकर्ता के रूप में काम किया। मुलायम सिंह यादव के करीबी नेताओं में नरेश उत्तम पटेल का नाम रहा है। वर्ष 1989 में जब मुलायम मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने नरेश उत्तम पटेल को उप मंत्री बनाया था।

श्यामलाल

श्‍याम लाल,भारत के उत्तर प्रदेश की पंद्रहवी विधानसभा सभा में विधायक रहे। 2007 उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में इन्होंने उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले के उतरौला विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा की ओर से चुनाव में भाग लिया