तेलंगाना फैक्ट्री ब्लास्ट: दीपक, नागा और दिलीप की आखिरी बातें सुनकर कांप उठे परिजन

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तेलंगाना फैक्ट्री ब्लास्ट
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Highlights

  • बिहार के कई मजदूर हादसे में लापता
  • तीन मौतों की हुई पुष्टि, कई घायल
  • परिजन सदमे में, गांवों में पसरा मातम

तेलंगाना के संगारेड्डी जिले में स्थित एक केमिकल फैक्ट्री में हुए भीषण विस्फोट ने कई परिवारों की खुशियां उजाड़ दी हैं। इस हादसे में अब तक बिहार के तीन मजदूरों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। कई अन्य अब भी लापता हैं। हादसे के बाद कुछ मजदूरों ने आखिरी बार अपने परिवारों से फोन पर बात की जो अब सिर्फ याद बनकर रह गई है। काराकाट और नासरीगंज जैसे गांवों के लोग इस वक्त सदमे में हैं और अपनों की सलामती के लिए लगातार दुआ कर रहे हैं।

डब्लू ने मां से कहा – ‘मैं झुलस गया हूं…’

अमरथा गांव का डब्लू इस हादसे में बुरी तरह झुलस गया। आग लगने के बाद उसने अपनी मां को फोन किया और बताया कि फैक्ट्री में आग लगी है और वह बुरी तरह जल गया है। डब्लू के पिता ने बताया कि उसके बेटे की आवाज में कंपकंपी थी, जिससे अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं था कि हादसा कितना भयावह रहा होगा।

दीपक की आखिरी कॉल – ‘बचना मुश्किल है…’

अमरथा गांव के दीपक पासवान ने हादसे से ठीक पहले अपने पिता को फोन किया था। मां गंगोत्री देवी ने बताया कि बेटे ने कहा था कि फैक्ट्री में आग लग गई है और अब शायद वह न बचे। दीपक दो दिन पहले ही पहली बार कमाने बाहर गया था और वह भी घर का इकलौता चिराग था।

नागा ने गर्भवती पत्नी को किया आखिरी फोन

नासरीगंज के खिरियांव निवासी नागा पासवान ने हादसे के दिन सुबह 10 बजे अपनी गर्भवती पत्नी को फोन किया और पैसे भेजने की बात कही। इसके बाद से उसका कोई अता-पता नहीं है। ग्रामीण बताते हैं कि नागा की शादी चंदा जुटाकर कराई गई थी और अब उसका कोई सुराग नहीं है।

दिलीप की पत्नी को फैक्ट्री जाने से पहले मिला कॉल

दिलीप गोसाईं ने अपनी पत्नी मीरा को फैक्ट्री में काम शुरू करने से कुछ मिनट पहले फोन किया था। थोड़ी देर बाद गांव वालों ने बताया कि फैक्ट्री में विस्फोट हो गया है। मीरा के अनुसार उन्हें नहीं पता कि उनके पति अब जिंदा हैं या नहीं। उनका परिवार अब बिखरने की कगार पर है। घर में एक छोटा बेटा है और देवर दिव्यांग है।

अब तक तीन मौतों की पुष्टि

राज्य सरकार की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, इस हादसे में बिहार के तीन मजदूरों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। मृतकों में शशि भूषण, रुकसाना खातून और राजू कुमार शामिल हैं। करीब 15 लोग घायल हैं जिनका इलाज तेलंगाना में ही चल रहा है।