“तलाल का खून बिकाऊ नहीं” – यमनी नागरिक के परिवार ने निमिषा प्रिया की फांसी तारीख तय करने की मांग की

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निमिषा प्रिया की फांसी
निमिषा प्रिया

नई दिल्ली/सना: यमन में भारतीय नर्स निमिषा प्रिया को मौत की सजा देने की नई तारीख की मांग एक बार फिर तेज हो गई है। यमनी नागरिक तलाल अब्दो महदी की हत्या के मामले में दोषी ठहराई गई निमिषा की फांसी को लेकर तलाल के परिवार ने साफ कर दिया है कि वो किसी तरह की माफी या समझौते के लिए तैयार नहीं हैं।

25 जुलाई को भेजा गया था दूसरा पत्र

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, तलाल के भाई अब्दुल फतेह ने यमन के अटॉर्नी जनरल जज अब्दुल सलाम अल हूती को एक पत्र भेजकर आग्रह किया है कि निमिषा प्रिया को तुरंत फांसी की सजा दी जाए। उन्होंने इस बात पर नाराज़गी जताई कि 16 जुलाई की निर्धारित तारीख को आगे बढ़ा दिया गया और अब तक नई तारीख की घोषणा नहीं हुई है।

“सुलह के सारे रास्ते खारिज”

पत्र में फतेह ने दो टूक लिखा है – “हमने सुलह के सभी प्रयासों को नकार दिया है। तलाल का खून मोल-भाव की वस्तु नहीं बन सकता।” उन्होंने भारतीय मीडिया में संभावित समझौते की खबरों पर भी नाराज़गी जताई है और कहा है कि परिवार किसी भी तरह की रियायत नहीं देगा।

2018 में हुई थी हत्या, कैसे उलझा मामला?

निमिषा प्रिया पर आरोप है कि साल 2018 में उन्होंने तलाल की हत्या कर दी थी। बताया जाता है कि यमन में क्लीनिक खोलने के लिए तलाल से साझेदारी की गई थी, लेकिन बाद में दोनों के रिश्ते बिगड़ गए। रिपोर्ट्स के अनुसार, तलाल ने निमिषा का पासपोर्ट जब्त कर लिया था, जिससे वो वापस भारत नहीं लौट पा रही थीं। पासपोर्ट वापस लेने के लिए उन्होंने तलाल को बेहोश करने की योजना बनाई, लेकिन ड्रग ओवरडोज की वजह से तलाल की मौत हो गई।

अभी क्या है स्थिति?

यमन की अदालत ने निमिषा को सजा-ए-मौत सुनाई है, लेकिन अब तक अंतिम तारीख तय नहीं हुई है। ऐसे में तलाल के परिवार का दबाव अब फिर से बढ़ गया है और उन्होंने कानून के तहत त्वरित कार्रवाई की मांग की है।