नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में हुए धमाके के मुख्य आरोपी को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार कर लिया है। अधिकारियों ने कहा कि उनकी पहचान मुसाविर हुसैन शाजिब और अब्दुल मथीन अहमद ताहा के रूप में की गई है। अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि दोनों आरोपीयों का कोलकाता के पास उनके ठिकाने का पता लगाया गया और पश्चिम बंगाल पुलिस के साथ एक संयुक्त अभियान में पूर्व मेदिनीपुर जिले से गिरफ्तार किया गया।
पूर्व मेदिनीपुर जिले के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि वे अलग-अलग नामों से 3-4 दिनों से दीघा के एक होटल में ठहरे हुए थे। सूत्रों के मुताबिक सादे कपड़ों में पुलिस होटल में दाखिल हुई और उन्हें एक कमरे से गिरफ्तार कर लिया।
एक महीने पहले पुलिस ने जारी की थी तस्वीरें
पिछले महीने एनआईए ने 30 वर्षीय ताहा और शाजिब की तस्वीरें और विवरण जारी किए थे और उनमें से प्रत्येक के लिए 10 लाख रुपये के इनाम की भी घोषणा की थी। प्रवक्ता ने कहा कि शाजिब वह आरोपी है, जिसने कैफे में आईईडी रखा था और ताहा विस्फोट की योजना बनाने और उसे अंजाम देने और उसके बाद कानून के चंगुल से बचने का मास्टरमाइंड है।
30 वर्षीय मुसाविर हुसैन शाजिब उर्फ शाजेब कर्नाटक के शिवमोग्गा जिले के तीर्थहल्ली शहर का निवासी है। उसके अन्य साथी मोहम्मद जुनैद हुसैन और मोहम्मद जुनेद सईद हैं। एनआईए ने तीन मार्च को मामले को अपने हाथ में लिया और मुख्य आरोपी मुसाविर की पहचान की। उसी ने विस्फोट को अंजाम दिया था।
यहां छिपते थे आतंकी
पहचान छिपाने के लिए उसने हिंदू पहचान के दस्तावेजों का उपयोग किया। वह विग्नेश के नाम पर जाली आधार कार्ड या अन्य दूसरे जाली आईडी दस्तावेजों का उपयोग कर रहा है। एजेंसी ने उनकी तस्वीरें साझा की और पुरुषों/लड़कों के छात्रावास, पीजी/साझा आवास/कम बजट वाले होटल और लॉज को उनके ठहरने की जगह बताया है।
परिचितों से की पूछताछ
एजेंसी ने प्रत्येक आरोपी की गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले को 10 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी। गृह मंत्रालय (MHA) द्वारा मामले की जांच आतंकवाद विरोधी एजेंसी को सौंपने के तीन दिन बाद NIA ने इनाम की घोषणा की थी। एजेंसी ने कॉलेज और स्कूल के दोस्तों सहित उनके परिचितों से भी पूछताछ की थी।
कुछ ऐसी थी हमलावरों की तस्वीरें
एजेंसी ने हमलावर की एक तस्वीर भी जारी की थी, जो बेंगलुरु के ब्रुकफील्ड क्षेत्र में एक लोकप्रिय कैफे द रामेश्वरम कैफे में एक बैग रखते हुए सीसीटीवी कैमरे के फुटेज से ली गई थी। एनआईए की ओर से जारी तस्वीर में हमलावर टोपी, काली पैंट और काले जूते पहने नजर आ रहा था।
अब तक की पुलिस जांच से संकेत मिला है कि विस्फोट को अंजाम देने के लिए टाइमर के साथ एक आईईडी डिवाइस का इस्तेमाल किया गया था। रामेश्वरम कैफे, जिसे विस्फोट के बाद व्यापक क्षति हुई थी, आठ दिन बाद मेटल डिटेक्टरों सहित सुरक्षा उपायों के साथ फिर से खुल गया।