भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने बुधवार को मणिशंकर अय्यर की 1962 के भारत-चीन युद्ध पर की गई टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेता पर जोरदार हमला बोला। भाजपा ने कहा कि मणिशंकर अय्यर की यह टिप्पणी भारत की अखंडता पर हमला और तिरंगे के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर सैनिकों का अपमान है।
मणिशंकर अय्यर के बयान पर बवाल
भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि मणिशंकर अय्यर का कहना है कि 1962 में चीन ने कथित तौर पर भारत पर आक्रमण किया था। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या यह राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की मंजूरी के बिना संभव हो सकता है। भाटिया ने कहा कि दोनों इस मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं।
भारत मजबूती के साथ खड़ा है: भाजपा
गौरव भाटिया ने कहा कि सभी जानते हैं कि भारत और चीन के बीच कैसे संबंध हैं। भारत, चीन को उसकी जगह दिखाने के लिए मजबूती से खड़ा है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और मणिशंकर अय्यर का यह बयान कांग्रेस पार्टी की भारत विरोधी मानसिकता को दर्शाता है।
मणिशंकर अय्यर ने क्या कहा था?
भाजपा नेता ने कहा कि 1962 के युद्ध में 1400 भारतीय सैनिकों ने अपने प्राणों की आहुति दी थी और मणिशंकर अय्यर ने इसे चीन का कथित हमला करार दिया है। भाटिया ने कहा कि भारत-चीन युद्ध में हमारे सैनिकों ने अपनी आखिरी सांस तक लड़ाई लड़ी। उन्होंने कहा कि मणिशंकर अय्यर का यह बयान सिर्फ उनका नहीं है, बल्कि यह कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी की सोच भी है।
कांग्रेस की सफाई
मणिशंकर अय्यर के बयान पर कांग्रेस ने सफाई दी है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि मणिशंकर अय्यर ने अपने ‘कथित आक्रमण’ वाले बयान पर बिना शर्त माफी मांग ली है और पार्टी उनके मूल बयान से खुद को अलग करती है।