Highlights
- Paytm के शेयरों में 10% की गिरावट, ₹864.40 तक पहुंचे।
- सरकार ने ट्वीट कर UPI पर MDR लगाने की खबर को खारिज किया।
- निवेशकों में डर कि Paytm का कमाई मॉडल कमजोर पड़ सकता है।
डिजिटल पेमेंट कंपनी Paytm के निवेशकों को आज बड़ा झटका लगा। कंपनी के शेयरों में गुरुवार को 10% की जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई। वजह बनी सरकार की एक छोटी-सी सफाई, जो एक ट्वीट के जरिए सामने आई।
सरकार ने ट्वीट कर यह साफ किया कि UPI पेमेंट्स पर मर्चेंट डिस्काउंट रेट (MDR) लगाने की कोई योजना नहीं है। इसी ट्वीट ने निवेशकों के बीच घबराहट फैला दी और उन्होंने Paytm के शेयरों को तेजी से बेच डाला।
सुबह बाजार खुलते ही Paytm के शेयर 10% तक लुढ़क गए और ₹864.40 के स्तर तक पहुंच गए। यह पिछले कुछ महीनों में कंपनी के शेयरों की सबसे बड़ी गिरावट मानी जा रही है।
क्या कहा सरकार ने?
वित्त मंत्रालय ने अपने आधिकारिक X (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट से ट्वीट किया कि “कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है कि UPI पेमेंट्स पर MDR लगाने की तैयारी है, लेकिन यह पूरी तरह से गलत, भ्रामक और तथ्यहीन है।”
इस सफाई के बाद ही निवेशकों को यह डर सताने लगा कि Paytm जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की कमाई का मुख्य जरिया MDR बंद ही रहेगा। इसी डर के कारण भारी मात्रा में शेयरों की बिक्री हुई।
ब्रोकरेज फर्म्स का क्या कहना है?
विदेशी ब्रोकरेज हाउस UBS ने चेतावनी दी है कि अगर Paytm को MDR या किसी भी तरह का रेगुलर कमाई मॉडल नहीं मिला तो कंपनी का फाइनेंशियल परफॉर्मेंस साल 2026–27 तक 10% तक घट सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि जब तक सरकार डिजिटल पेमेंट कंपनियों के लिए कोई स्थायी कमाई का रास्ता नहीं बनाती, तब तक इस तरह की गिरावट आती रहेगी।
छोटे व्यापारियों और दुकानदारों के लिए ये खबर राहत की बात हो सकती है कि उन्हें UPI पर अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होगा। लेकिन कंपनियों के लिए यह नुकसानदेह है जो अपने रेवेन्यू मॉडल के लिए MDR जैसे विकल्पों पर निर्भर हैं।