ईरान और इजरायल के बीच से चल रहा सैन्य टकराव अब काफी बढ़ गया है। इस तनावपूर्ण स्थिति के बीच भारत सरकार ने ईरान में फंसे भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकालने के लिए ऑपरेशन सिंधु की शुरुआत की। इसी के चलते आज सुबह एक विमान 110 भारतीय छात्रों को लेकर दिल्ली पहुँचा।
बच्चों को देख खुशी का ठिकाना नहीं
जब मां-बाप ने अपने बच्चों को सही सलामत देखा तो उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा। ईरान से लौटे एक छात्र की मां ने कहा, “मुझे बहुत खुशी है कि मेरी बेटी घर आ गई है। मैं चाहती हूं कि सभी के बच्चे सुरक्षित लौटें। भारत सरकार ने शानदार काम किया है। बच्चों को कोई परेशानी नहीं हुई।”
‘हम फिर जाएंगे ईरान’
इजरायल-ईरान के बीच चल रहे सैन्य संघर्ष के चलते अपने सपनों को छोड़कर भारत लौटे एक छात्र ने कहा, “मैं यहाँ आकर बहुत खुश हूँ। मैंने अपने सपनों को नहीं छोड़ा है। जब हालात सामान्य हो जाएंगे, तब हम फिर से ईरान जाएंगे।”
जब उससे पूछा गया कि वहां की स्थिति कैसी है तो उसने कहा कि हमने रात में मिसाइलों की आवाजें सुनीं और डर के मारे नींद नहीं आ रही थी। एक दूसरे छात्र ने बताया कि उनके पड़ोस में बमबारी हुई थी, जिससे वे बेहद घबरा गए थे।
ऑपरेशन सिंधु क्या है?
ईरान में फंसे भारतीय छात्रों को बचाने के लिए भारत सरकार ने एक नया मिशन शुरू किया है जिसे ऑपरेशन सिंधु नाम दिया गया है। इस मिशन के तहत अब तक 110 छात्रों को भारत लाया गया है, जिनमें से 90 जम्मू-कश्मीर से हैं। विदेश मंत्रालय के अनुसार, सबसे पहले इन छात्रों को 17 जून को सड़क के रास्ते आर्मेनिया भेजा गया और फिर विशेष विमान द्वारा उन्हें भारत लौटाया गया है।
ईरान में 1,500 छात्र फंसे हुए हैं
विदेश मंत्रालय ने बताया कि बाकी बचे छात्रों और नागरिकों को सुरक्षित निकालने को प्राथमिकता दी जाएगी। दिल्ली के लिए आर्मेनिया से अतिरिक्त उड़ानों की योजना बनाई जा रही है ताकि सभी को जल्दी से जल्दी घर लाया जा सके। वर्तमान में ईरान में लगभग 1,500 छात्र फंसे हैं जिनमें से कुछ को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। सरकार स्थिति पर लगातार नज़र रख रही है।