Key Points
- बेंगलुरु भगदड़ 33 घायलों का इलाज जारी
- हादसे में अबतक 11 लोगों की मौत की खबर
- हादसे के बाद परिजनों का फूटा गुस्सा
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की पहली IPL जीत के उपलक्ष्य में आयोजित विजय जुलूस के दौरान बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर मची भगदड़ ने 11 लोगों की जान ले ली और 50 से अधिक घायल हो गए। इस हादसे ने कई परिवारों को गहरे शोक में डुबो दिया। एक पिता जिसने अपने इकलौते बेटे को इस त्रासदी में खो दिया, उसने पोस्टमार्टम कराने से इनकार करते हुए कहा, “मेरा एक ही बेटा था, उसके शरीर के टुकड़े मत करो।”
हादसे का मुख्य कारण गेट नंबर 7 पर मुफ्त पास मिलने की अफवाह बताया जा रहा है। इससे घटना स्थल पर हजारों लोग उमड़ पड़े और भीड़ बेकाबू हो गई। कर्नाटक सरकार ने मृतकों के परिजनों को ₹10 लाख की सहायता राशि और घायलों को मुफ्त इलाज देने की घोषणा की है।
गुस्से में परिजन
हादसे के बाद मृतकों के परिजन काफी गुस्से में हैं। कल राज जब उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार मृतकों के परिजनों से मिलने अस्पताल पहुंचे तब उनका गुस्सा फूट पड़ा। परिजनों ने व्यवस्था को लेकर डिप्टी सीएम के आगे नाराजगी जताई।
विधानसभा प्रतिपक्ष आर. अशोक जब मृतकों के परिजनों से मिलने अस्पताल पहुंचे तो अपने जवान बेटे को खो चुके एक पिता का सब्र का बांध टूट गया। वह वहीं पर बिलखते हुए रोने लगा। पिता ने बिलखते हुए कहा कि आगे से ऐसा किसी के साथ नहीं होना चाहिए। देखिए क्या हालत हो गी है। हम ही पैसा खर्च करके अपने बच्चों को मार रहे हैं। आगे ऐसा ना हो इसका उपाय करिए।
90 किमी दूर से चिन्नास्वामी पहुंची लेकिन वापस नहीं जा सकी
19 साल की सहाना कर्नाटक के कोलार से 90 किमी दूर चलकर चिन्नास्वामी स्टेडियम आरसीबी के जश्न में शामिल होने पहुंची। लेकिन वह हादसे का शिकार हो गई। पोस्टमार्टम के बाद उसके शव को कोलार ले जाया गया।
15 दिन में रिपोर्ट देने का आदेश
कर्नाटक सरकार ने भगदड़ की न्यायिक जांच का आदेश दिया है। सरकार ने जांच रिपोर्ट को 15 दिनों के अंदर सौंपने को कहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों स्टेडियम के गेट भी तोड़ दिए जिसके कारण भगदड़ मच गई। इतनी बड़ी भीड़ की उम्मीद किसी को नहीं थी।
उन्होंने कहा कि स्टेडियम में केवल 35,000 लोगों की क्षमता है। लेकिन लगभग 2 से 3 लाख लोग जमा हो गए थे। बेंगलुरू शहर में उपलब्ध पूरी पुलिस फोर्स को तैनात किया गया था।