नेहरू प्लेस दिल्ली का एक प्रमुख व्यावसायिक केंद्र है, जहां रोजाना हजारों लोग कामकाज और खरीदारी के लिए आते हैं। हालांकि यहां पार्किंग की सुविधा की कमी लंबे समय से एक बड़ी समस्या रही है। इस समस्या के समाधान के लिए दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) ने एक मल्टी-लेवल पार्किंग सुविधा का निर्माण शुरू किया था जो अब अपने अंतिम चरण में है।
1000 वाहनों के लिए होगी पार्किंग स्पेस
इस नई पार्किंग सुविधा में लगभग 1,000 वाहनों के लिए स्थान होगा जिसमें 660 चार-पहिया और 352 दो-पहिया वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था की गई है। यह सुविधा मोदी टॉवर के पास स्थित है और इसमें बेसमेंट, ग्राउंड और तीन मंजिलें शामिल हैं। इस संरचना की छत पर सौर पैनल लगाए जाएंगे जो पार्किंग परिसर के लिए बिजली उत्पन्न करेंगे।
DDA अधिकारियों के अनुसार, इस परियोजना की लागत लगभग 62 करोड़ रुपये है और इसे शहरी विकास निधियों से वित्तपोषित किया गया है। हालांकि निर्माण कार्य में कोविड-19 महामारी के चलते देरी हुई थी। इसके अलावा विभिन्न एजेंसियों से अनुमोदन में देरी के कारण कुछ विलंब हुआ है।
परियोजना जल्द पूरी करने की मांग
व्यापारियों और स्थानीय निवासियों ने इस परियोजना के शीघ्र पूरा करने की मांग की है। वर्तमान में पार्किंग की कमी के कारण उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।लोगों का कहना है कि परियोजना की शुरुआत में पार्किंग के लिए वैकल्पिक स्थानों की पहचान नहीं की गई थी जिससे असुविधा बढ़ गई है।
DDA के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नेहरू प्लेस के पुनर्विकास की योजना के तहत इस मल्टी-लेवल पार्किंग सुविधा का निर्माण किया जा रहा है। यहाँ पर क्षेत्र को फिर बनाने और सीवरेज लाइन को पुनः स्थापित करने और अग्निशमन प्रणाली को सुधारने जैसे कार्य भी शामिल हैं।
यह नई पार्किंग सुविधा न केवल व्यापारियों और आगंतुकों के लिए सुविधा प्रदान करेगी बल्कि नेहरू प्लेस क्षेत्र में ट्रैफिक जाम और अव्यवस्थित पार्किंग की समस्या को भी कम करेगी। इसके साथ ही यह परियोजना दिल्ली के अन्य व्यस्त व्यावसायिक क्षेत्रों के लिए एक मॉडल के रूप में कार्य कर सकती है।