हरियाणा का किसान आंदोलन और दिल्ली का पहलवान आंदोलन तो जगह-जगह चर्चित है. लेकिन अब हालही में पंजाब के किसानों ने भी ‘रेल रोको’ आंदोलन शुरू कर दिया है. जिसकी वजह से वहां आती-जाती रेलों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. रेल रोको प्रदर्शन के चलते कई जगहों पर किसानों के पटरियों पर बैठने से तकरीबन 92 ट्रेनों की आवाजाही पर काफी असर पड़ा है.
बता दे कि किसानों ने ये प्रदर्शन बाढ़ से हुए नुकसान के लिए वित्तीय पैकेज, MSP की कानूनी गारंटी और व्यापक कर्ज की माफी को लेकर उसके विरोध में किया गया है. रेलवे अधिकारियों ने जानकारी देते हुए ये कहा कि गुरूवार को फिरोजपुर मंडल के तहत 91 ट्रेनों में से 51 ट्रेन रद्द कर दी गई थी. साथ ही, 24 ट्रेनों को तो उनकी मंज़िल पर पहुंचने से पहले ही बीच में सफर समाप्त करना पड़ा. वहीं दूसरी तरफ 11 ट्रेनों का मार्ग बदल दिया गया.
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि केंद्र सरकार के खिलाफ उनका ये प्रदर्शन 30 सितंबर तक चलेगा. रेल रोको आंदोलन का ये 3 दिवसीय प्रदर्शन की शुरूआत गुरूवार को बठिंडा, अमृतसर, पटियाला समेत 24 जगहों से हुई. इस आंदोलन के अंदर कई किसान संगठनों ने हिस्सा लिया है.
इस प्रदर्शन को रोकने के लिए किसानों की मांग में भारत की उत्तरी भाग में आई बाढ़ से प्रभावित हुए क्षेत्रों के किसानों के लिए वित्तीय पैकेज, फसलों की MSP पर कानूनी गारंटी और कर्ज माफी जैसी शर्तें शामिल हैं. अमृतसर के किसान नेता ने ये मांग की कि किसानों के पूरे कर्ज माफ होने चाहिए.