Lok Sabha Election: चुनाव आयोग ने बुधवार को भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के अध्यक्ष के चंद्रशेखर राव (केसीआर) को कांग्रेस के खिलाफ उनकी आपत्तिजनक टिप्पणियों के लिए 48 घंटे तक प्रचार करने से रोक दिया। केसीआर ने 5 अप्रैल को सिरसिल्ला में एक प्रेस वार्ता में कांग्रेस नेताओं को ‘कुत्तों की औलाद’ कहा था।
चुनाव आयोग ने केसीआर को लगाई कड़ी फटकार
चुनाव आयोग ने 5 अप्रैल 2024 को सिरसिला में दिए विवादित बयान को लेकर केसीआर को कड़ी फटकार लगाई है। आयोग ने संविधान के अनुच्छेद 324 का हवाला देते हुए के चंद्रशेखर राव को एक मई 2024 की रात 8 बजे से 48 घंटे के लिए किसी भी सार्वजनिक बैठक, सार्वजनिक जुलूस, सार्वजनिक रैलियां, शो और साक्षात्कार, मीडिया (इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट, सोशल मीडिया) में सार्वजनिक भाषण देने से रोक दिया है।
केसीआर ने किया आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन
चुनाव आयोग ने कहा था कि केसीआर ने अपने भाषण के संबंध में कई निर्देश जारी करने के बाद भी आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है। चुनाव प्राधिकरण ने यह भी संकेत दिया था कि यदि केसीआर समय के भीतर जवाब नहीं देते हैं, तो चुनाव आयोग उचित कार्रवाई करेगा।
केसीआर ने क्या कहा था?
केसीआर ने 5 अप्रैल को सिरसिल्ला में एक प्रेस वार्ता में कांग्रेस नेताओं को ‘कुत्तों की औलाद’ कहा था। उन्होंने सरकार को ‘लतखोरों’ की सरकार भी कहा। इसके अलावा भी केसीआर के कांग्रेस के लिए बड़े आपत्तिजनक शब्द कहे थे। इसके बाद चुनाव आयोग ने यह कार्रवाई की है।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने की शिकायत
चुनाव आयोग ने अपने बयान में कहा कि तेलंगाना के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने 9 अप्रैल 2024 को शिकायत पर रिपोर्ट भेजी थी। पोल पैनल ने तेलंगाना के पूर्व सीएम केसीआर को कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पर किए गए आपत्तिजनक बयान का दोषी पाया है। इससे पहले चुनाव आयोग ने कथित टिप्पणियों पर केसीआर को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। हालांकि, 23 अप्रैल को नोटिस का जवाब देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया था।
केसीआर को पहले भी जारी हुआ नोटिस
इससे पहेल मई 2019 में करीमनगर की एक घटना और नवंबर 2023 में विधानसभा चुनाव अभियान के दौरान बांसवाड़ा में दिए गए एक भाषण को लेकर केसीआर को नोटिस जारी हुआ था।
चंद्रशेखर राव ने नोटिस के जवाब में क्या कहा?
कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला के बाद, केसीआर दूसरे नेता हैं जिन पर मौजूदा लोकसभा चुनाव में प्रचार करने पर 48 घंटे का प्रतिबंध लगाया गया है। चुनाव आयोग द्वारा जारी कारण बताओ नोटिस के जवाब में राव ने दावा किया था कि उनके शब्दों को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया था।
कांग्रेस पर लगाया ये आरोप
उन्होंने कांग्रेस पर उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस से कुछ वाक्यों को संदर्भ से हटकर चुनने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘वाक्यों का अंग्रेजी अनुवाद सही नहीं है।’ केसीआर ने जोर देकर कहा कि उन्होंने कांग्रेस की नीतियों और कार्यक्रमों की आलोचना की थी। उन्होंने किसी भी कांग्रेस नेता पर व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं की थी।