हैदराबाद का निजाम

नई दिल्ली। भाजपा प्रत्याशी माधवी लता ने ओवैसी परिवार की लगातार चार दशकों से ज्यादा की निष्कंटक निजामी को चुनौती दी है। प्रतिदिन कोई न कोई विवाद और प्रतिवाद के बीच ओवैसी के सामने माधवी लड़ रही हैं। हैदराबाद मुस्लिम बहुल सीट है लेकिन मतदाता सूची से इस बार पांच लाख 41 हजार वोटों के कम हो जाने एवं माधवी के प्रचार के निराले अंदाज से विरोधी खेमे में बेचैनी है।

ओवैसी परिवार का राजनितिक सफर

आजादी के बाद से हैदराबाद में लोकसभा के हुए कुल 17 चुनावों में दस बार ओवैसी परिवार की जीत हुई है। सिर्फ सात बार ही अन्य को मौका मिला है। कांग्रेस को अंतिम जीत 1980 में मिली थी। 1984 में असदुद्दीन के पिता सलाहुद्दीन ओवैसी ने पहली बार कांग्रेस की जीत के सिलसिले पर ब्रेक लगाया था। उसके बाद किसी दल की दाल नहीं गली। लगातार छह चुनाव सलाहुद्दीन ने जीते और असदुद्दीन ने चार चुनाव।

कौन हैं भाजपा प्रत्याशी माधवी लता?

माधवी लता एक भारतीय अभिनेत्री और राजनीतिज्ञ हैं जो तेलुगु और तमिल फिल्मों में दिखाई देती हैं। उन्होंने 2008 की फिल्म नचवुले में मुख्य महिला भूमिका में अपनी शुरुआत की।

2015 में उनकी पहली रिलीज़ उनकी पहली तमिल फिल्म, सुंदर सी की मल्टी-स्टारर अंबाला थी । माधवी ने पहली बार महेश बाबू की फिल्म अथिदी में नायिका की दोस्त की भूमिका निभाई थी।

2018 में, वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गईं और 2019 आंध्र प्रदेश विधान सभा चुनाव में गुंटूर पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा।

बुलडोजर की ताकत हैदराबाद में चल पायेगा

भाजपा ने ओवैसी के विरुद्ध सशक्त प्रत्याशी देकर विपक्ष के उन आरोपों को भी आईना दिखाया है, जो एआईएमआईएम को भाजपा की ‘बी टीम’ बताते हैं। माधवी लता खुद बोलती हैं कि ओवैसी की पार्टी को अब कोई बी टीम नहीं कह सकता है, क्योंकि भाजपा ने मुझे बुलडोजर की ताकत देकर हैदराबाद भेजा है। माधवी के दावे में मुस्लिम महिलाओं का भी दम नजर आता है, क्योंकि तीन तलाक जैसे मुद्दे पर काम करते हुए उन्हें गरीब मुस्लिम महिलाओं का साथ मिला था।

हैदराबाद या भाग्यनगर

शहर का इतिहास कुतुब शाही और आसफ जाही की विरासतों से समृद्ध है। 1687 में मुगलों ने कब्जा कर लिया, किंतु 1948 में भारतीय संघ में शामिल होने के पहले तक यह शाही राजधानी के रूप में विकसित होता रहा। फिर नई पहचान की दहलीज पर है। माधवी के समर्थकों को असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा की गारंटी के पूरा होने की प्रतीक्षा है। पांच महीने पहले तेलंगाना विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने दावा किया था कि राज्य की सत्ता में आने पर 30 मिनट के भीतर हैदराबाद का नाम बदलकर भाग्यनगर कर दिया जाएगा।

मस्जिद पर काल्पनिक तीर चलाती माधवी

हैदराबाद (Hyderabad) लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (BJP) की उम्मीदवार माधवी लता पर असदुद्दीन ओवैसी ने नाराजगी जताई है। बीजेपी कैंडिडेट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसको लेकर विवाद जैसी स्थिति पैदा हो गई है। AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरीं माधवी लता इस वीडियो में रामनवमी के जुलूस के दौरान मस्जिद पर काल्पनिक तीर चलाती हुई नजर आ रही हैं।