बरसात में डेंगू-मलेरिया से ऐसे रहें सुरक्षित

Health Tips: बरसात का मौसम आने के बाद कई प्रकार की बीमारियों के होने का खतरा बढ़ जाता है। बरसात में खास तौर पर डेंगू और मलेरिया के मामले ज्यादा देखने को मिलते हैं। भले ही बरसात का मौसम गर्मी से राहत दिलाता है लेकिन यह अपने साथ कई प्रकार के गंभीर बीमारियां भी साथ लेकर आता है।

बरसात के मौसम में जगह-जगह पानी भर जाता है और इन पानी में मच्छर पनपता है। मच्छर के काटने से डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियां होती है। मच्छर के काटने से होने वाली बीमारियों का खतरा बरसात के मौसम में कई गुना बढ़ जाता है।

यदि इन रोगों का इलाज समय रहते नहीं किया गया तो कई बार यह बीमार व्यक्ति के लिए जानलेवा साबित हो जाता है। आईए जानते हैं की बरसात के मौसम में डेंगू मलेरिया से कैसे बचा जाए?

डेंगू मलेरिया के लक्षण

डेंगू और मलेरिया दोनों ही मच्छरों के काटने से होने वाले रोग हैं, लेकिन इनके लक्षण और कारण अलग-अलग होते हैं। यहां डेंगू और मलेरिया के सामान्य लक्षण दिए गए हैं।

डेंगू के लक्षण:

  1. उच्च बुखार: 104°F (40°C) तक का बुखार।
  2. सिरदर्द: विशेष रूप से आंखों के पीछे तेज दर्द।
  3. मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द: इसीलिए इसे “हड्डीतोड़ बुखार” भी कहते हैं।
  4. थकान: बहुत अधिक कमजोरी और थकान।
  5. त्वचा पर चकत्ते: लाल चकत्ते जो अक्सर बुखार के 2-5 दिन बाद दिखाई देते हैं।
  6. रक्तस्राव: मसूड़ों से खून आना, नाक से खून आना, या अन्य असामान्य रक्तस्राव।

मलेरिया के लक्षण:

  1. बुखार: आमतौर पर ठंड लगने के साथ आता है और 24, 48, या 72 घंटे के चक्र में आता-जाता रहता है।
  2. सर्दी लगना: ठंड लगने के साथ कंपकंपी।
  3. पसीना आना: अत्यधिक पसीना आना जब बुखार उतरता है।
  4. सिरदर्द: तेज सिरदर्द।
  5. मांसपेशियों में दर्द: मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द।
  6. थकान: अत्यधिक थकान और कमजोरी।
  7. उल्टी और मितली: कुछ मामलों में उल्टी और मितली भी हो सकती है।
  8. हीमोलिटिक एनीमिया: लाल रक्त कोशिकाओं की कमी के कारण त्वचा का पीला पड़ना।

डेंगू-मरेलिया से बचाव के उपाय

डेंगू से बचाव के उपाय

  1. मच्छरों से बचाव: मच्छरदानी, मच्छर भगाने वाले क्रीम या स्प्रे का उपयोग करें।
  2. पानी जमा न होने दें: खुले में पानी जमा न होने दें, क्योंकि डेंगू के मच्छर साफ पानी में पनपते हैं।
  3. पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें: विशेषकर शाम और सुबह के समय जब मच्छर अधिक सक्रिय होते हैं।
  4. मच्छर रोधी उपकरणों का उपयोग: मच्छर भगाने वाली कॉइल्स, इलेक्ट्रिक मैट्स, और वेपोराइज़र्स का उपयोग करें।
  5. खिड़कियों और दरवाजों पर जाली: घर के खिड़कियों और दरवाजों पर मच्छररोधी जाली लगाएं।
  6. घर और आसपास सफाई रखें: कूड़े-कचरे को सही तरीके से नष्ट करें और साफ-सफाई बनाए रखें।

मलेरिया से बचाव के उपाय

  1. मच्छरों से बचाव: मच्छरदानी का उपयोग करें और मच्छर भगाने वाले क्रीम या स्प्रे का इस्तेमाल करें।
  2. पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें: खासकर शाम और रात के समय।
  3. मच्छर रोधी उपकरणों का उपयोग: मच्छर भगाने वाली कॉइल्स, इलेक्ट्रिक मैट्स, और वेपोराइज़र्स का उपयोग करें।
  4. मच्छरदानी का उपयोग: सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें, विशेषकर उन क्षेत्रों में जहां मलेरिया का प्रकोप अधिक होता है।
  5. खिड़कियों और दरवाजों पर जाली: घर के खिड़कियों और दरवाजों पर मच्छररोधी जाली लगाएं।
  6. स्वच्छता बनाए रखें: घर और आसपास सफाई रखें और मच्छरों के प्रजनन स्थल न बनने दें।
  7. मलेरिया रोधी दवाएं: उन क्षेत्रों में यात्रा करते समय जहां मलेरिया का प्रकोप अधिक होता है, मलेरिया रोधी दवाओं का सेवन चिकित्सक की सलाह से करें।