नारायण राणे

नई दिल्ली। 2024 लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने महाराष्ट्र की एक और सीट पर उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। भाजपा की इस घोषणा के बाद शिंदे गुट के साथ चल रही माथापच्ची भी खत्म होती दिख रही है। भारतीय जनता पार्टी ने गुरुवार 18 अप्रैल को केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को महाराष्ट्र की रत्नागिरी सिंधुदुर्ग लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार घोषित किया। भाजपा ने उम्मीदवारों की तेरहवीं सूची जारी करते हुए उनके उम्मीदवारी की घोषणा की। इस सूची में पार्टी ने केवल इसी सीट के लिए उम्मीदवार का एलान किया है।

एक संवाददाता सम्मेलन में उद्योग राज्य मंत्री उदय सामंत ने कहा कि उनके भाई किरण सामंत ने सिंधुदुर्ग-रत्नागिरी सीट पर अपना दावा छोड़ दिया है और राणे उनकी जगह चुनाव लड़ेंगे।

शिवसेना उद्धव गुट ने विनायक राउत को दिया टिकट

दूसरी ओर शिवसेना उद्धव गुट ने रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग से विनायक राउत को टिकट दिया है। वह यहां के मौजूदा सांसद भी हैं। इस सीट पर अब तक भाजपा चुनाव नहीं लड़ती थी। इससे पहले 2009 में नारायण राणे के बेटे नीलेश राणे भी यहां से सांसद चुने गए थे, तब वह कांग्रेस के टिकट से मैदान में थे।

सियासी सफर

नारायण राणे ने 2005 में शिवसेना से बगावत की थी। हालांकि, राणे ने शिवसेना के साथ अपने सियासी सफर की शुरुआत की थी। साल 1968 में केवल 16 साल की उम्र में ही नारायण राणे युवाओं को शिवसेना से जोड़ने में जुट गए। शिवसेना में शामिल होने के बाद नारायण राणे की लोकप्रियता दिनों-दिन बढ़ती चली गई। युवाओं के बीच नारायण राणे की ख्याति को देखकर शिवसेना प्रमुख बाला साहेब ठाकरे भी प्रभावित हुए। उनकी संगठन की क्षमता ने उन्हें जल्द ही चेंबूर में शिवसेना का शाखा प्रमुख बना दिया।

नारायण तातु राणे (जन्म 10 अप्रैल 1952) एक भारतीय राजनीतिज्ञ और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री हैं। वह वर्तमान में दूसरे मोदी मंत्रालय में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री के रूप में कार्यरत हैं । उन्होंने पहले उद्योग, बंदरगाह, रोजगार और स्वरोजगार के लिए कैबिनेट मंत्रालय के पदों पर कार्य किया है।

वह जुलाई 2005 तक शिव सेना के सदस्य और विधानसभा के विपक्षी नेता थे। जब वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए। उन्होंने सितंबर 2017 में कांग्रेस छोड़ दी और महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष की शुरुआत की । 2018 में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के लिए समर्थन की घोषणा की और भाजपा के नामांकन पर राज्यसभा के लिए चुने गए । 15 अक्टूबर 2019 को अपनी पार्टी महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष का भाजपा में विलय कर दिया।

समाचार पत्र प्रहार

राणे ने 8 अक्टूबर 2008 को राणे प्रकाशन प्राइवेट लिमिटेड के स्वामित्व में मराठी दैनिक प्रहार लॉन्च किया। लिमिटेड जहां वह परामर्श संपादक के रूप में कार्य करते हैं, वहीं पत्रकार मधुकर भावे अखबार के संपादक हैं।