नई दिल्ली। कैसरगंज लोकसभा सीट से भाजपा ने सांसद बृजभूषण शरण सिंह का टिकट काटने का संकेत दिया है। इस सीट पर उनकी जगह बेटे करण भूषण सिंह के उम्मीदवार बनाए जाने की अटकलें हैं। नवाबगंज के पैतृक गांव विश्नोहरपुर में सांसद के सर्मथकों ने जिंदाबाद के नारे लगाए और बधाई दी। करण भूषण सिंह ने पिता के पैर छूकर आशीर्वाद लिए।
यूपी कुश्ती संघ के अध्यक्ष हैं करण भूषण सिंह
करण भूषण सिंह का जन्म 13 दिसंबर 1990 को हुआ था। करण भूषण सिंह के एक बेटी और एक बेटा है। वह डबल ट्रैप शूटिंग के नेशनल खिलाड़ी रह चुके हैं। मिली जानकारी के अनुसार, करण भूषण विदेश से पढ़े लिखे हैं। उन्होंने आस्ट्रेलिया से बिजनेस मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। वर्तमान में वह उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ के अध्यक्ष हैं और वह पहली बार कोई चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसी खबर है कि करण भूषण तीन मई को अपना नामांकन दाखिल कर सकते हैं।
पांचवें चरण में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर नामांकन प्रक्रिया चल रही है। नामांकन पत्र तीन मई को अपराहन तीन बजे तक दाखिल किए जा सकते है। कैसरगंज लोकसभा सीट पर बसपा प्रत्याशी नरेंद्र पांडेय ने नामांकन भी कर दिया है। वहीं भाजपा बृज भूषण शरण सिंह के बेटे करण सिंह को टिकट का कुछ ही देर में एलान कर सकती है।
क्षेत्र में प्रचार प्रसार करने को कहा
समर्थकों से क्षेत्र में जाकर प्रचार प्रसार करने के लिए कहा चर्चा यह भी है कि बृजभूषण सिंह के बेटे व भाजपा के गोण्डा सदर विधायक प्रतीक भूषण सिंह ने करण भूषण को टिकट मिलने की जानकारी एक व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से लोगों को दी थी। उसके बाद बेटे को टिकट मिलने की जानकारी भाजपा के सांसद बृजभूषण सिंह ने खुद अपने समर्थकों को दिया है। उन्होंने समर्थकों से क्षेत्र में जाकर प्रचार प्रसार करने के लिए कहा है।भाजपा प्रत्याशी करण भूषण सिंह कल 11 बजे अपना नामांकन करेंगे। फिलहाल आधिकारिक तौर पर अभी कोई लिस्ट सामने नहीं आयी हैं।
वहीं करण के पिता बृजभूषण शरण सिंह दो बार गोंडा और एक बार बहराइच और एक बार कैसरगंज लोकसभा सीट से सांसद रह चुके हैं। इस समय में वह कैसरगंज के मौजूदा सांसद हैं। कैसरगंज लोकसभा सीट से वह लगातार तीन बार सांसद रह चुके हैं। इससे पहले वह सपा के टिकट पर सबसे पहले कैसरगंज से चुनावी मैदान में उतरे थे और जीत दर्ज की थी।
क्या है वो वजह जो बनी हुई है बृजभूषण सिंह के गले की फांस
बृजभूषण शरण सिंह सांसद होने के साथ-साथ भारतीय कुश्ती संघ(WFI) के अध्यक्ष भी थे. पिछले साल देश की कई महिला पहलवानों ने पूर्व भारतीय कुश्ती संघ अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर कई संगीन आरोप लगाए थे। इनमें साक्षी मलिक, विनेश फोगाट, संगीता फोगाट जैसे नामी पहलवान शामिल थे। महिला पहलवानों के समर्थन में बजरंग पूनिया, नीरज चोपड़ा जैसे खिलाड़ी नजर आए थे। पहलवानों के भारी-विरोध प्रदर्शन के बाद खेल मंत्रालय ने बृजभूषण शरण सिंह की अध्यक्षता वाली WFI को निलंबित कर दिया था। वहीं पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने अगस्त में WFI के अध्यक्ष के चुनाव पर रोक लगा दी थी। फिर चार महीने के बाद WFI के चुनाव पर रोक हटने पर चुनाव कराए गए जिसमें उनके ही करीबी संजय सिंह को जीत मिली। इसपर भी काफी बवाल हुआ। बता दें कि, पहलवानों के आरोपों के मामले में उनपर अभी भी केस चल रहा है।
कुश्ती को ऊंचाइयों पर ले जाने का प्रयास- करण भूषण सिंह
बता दें कि एजीएम की बैठक में उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ चुनाव को लेकर के प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए पदाधिकारियों ने भारतीय कुश्ती संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय सिंह और उत्तर प्रदेश के नव निर्वाचित अध्यक्ष करण भूषण सिंह का माल्यार्पण कर स्वागत किया। भारतीय कुश्ती संघ की एजीएम की मीटिंग के दौरान राजीव सिंह, रानू, विकास बागी, संतोष बंटी, अभिषेक सिंह, गोलू, हिंदू भूषण, नवाबगंज अध्यक्ष सत्येंद्र सिंह समेत कई लोग उपस्थित रहे। उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ के नव निर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष करण भूषण सिंह ने बताया कि पिछले कई महीनों से उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ का चुनाव नहीं हुआ था। जिसको लेकर के उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ की सारी गतिविधियां रुकी हुई थी। अब चुनाव संपन्न हो गया है तो एक बार फिर से कुश्ती को ऊंचाइयों पर ले जाने का प्रयास किया जाएगा। जल्द से जल्द उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ द्वारा कुश्ती चैम्पियनशिप भी कराई जाएगी।
कैसरगंज का नाम हिन्दुस्तान में नहीं पूरी दुनिया में महक रहा
बीते दिनों सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने बयान दिया था कि कैसरगंज का नाम हिन्दुस्तान ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में महक रहा है। जहां तक टिकट की बात है तो हमारे क्षेत्र में कार्यकर्ता चैतन्य हैं, पार्टी चुप है। बरात सजी है, लेकिन दूल्हा गायब है। लेकिन मेरा दावा है कि यदि भाजपा हाईकमान एक घंटा पहले भी घोषित कर देगी तो बड़ी जीत के साथ दिल्ली पहुंचेंगे। उन्होंने कहा था कि प्रदेश और केंद्रीय नेतृत्व यहां के कार्यकर्ताओं की भावनाओं का ख्याल जरूर रखेगा। भाजपा ने उन्हें तो नहीं लेकिन उनके बेटे को टिकट दे दिया।
नामांकन की अंतिम तारीख
कैसरगंज सीट पर नामांकन के लिए अंतिम तारीख 3 मई है। इस सीट में पांचवे चरण में मतदान होगा। पांचवे चरण में यूपी में मोहनलालगंज, लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, जालौन, झांसी, हमीरपुर, बांदा, फतेहपुर, कौशांबी, बाराबंकी, फैजाबाद, कैसरगंज और गोंडा में मतदान होगा।